भारत की प्रथम श्रेणी क्रिकेट कोरोना के कारण काफी प्रभावित हुई है। पिछले साल रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो सका था। हालांकि, इस बार जनवरी में रणजी ट्रॉफी का सत्र शुरू होना था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना पड़ा। ऐसे में फिर से इसके आयोजन पर काले बादल मंडरा रहे थे। इसके पीछे का कारण ये भी था कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल नए सत्र की घोषणा कर दी, जिसकी शुरुआत मार्च के आखिर में होगी। 

रणजी ट्रॉफी फिर से शुरू होगी और कहा जा रहा है कि टूर्नामेंट का लीग फेज आईपीएल से पहले समाप्त हो जाएगा। बीसीसीआई चाहती है कि आईपीएल से पहले लीग फेज का समापन हो जाएगा और फिर बाद में टूर्नामेंट के नॉकआउट मैच खेले जाएं। दोनों टूर्नामेंट एकसाथ नहीं खेले जा सकते, क्योंकि अंपायर से लेकर कमेंटेटर्स और खिलाड़ी दोनों जगह लगभग एक जैसे होते हैं। बीसीसीआई के एक सूत्र ने टीओआई से बात करते हुए कहा, "कोविड की स्थिति नियंत्रण में रहे तो हम उत्सुक हैं, आशान्वित हैं और रणजी ट्रॉफी के आयोजन के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं। अगर हम 10 फरवरी तक रणजी ट्रॉफी शुरू करते हैं तो हम आईपीएल से काफी पहले एक महीने में लीग चरण पूरा कर सकते हैं। आईपीएल 2022 के बाद रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट मैच खेले जा सकते हैं।

"हम दो विकल्पों के बारे में सोच रहे हैं या तो क्षेत्रीय प्रारूप में वापस जाएं, ताकि टीमों को बहुत अधिक यात्रा करने से रोका जा सके, या हम तटस्थ जैव-बुलबुले में टूर्नामेंट खेलने के पिछले फॉर्मूले के साथ बने रहें, जैसा कि मूल रूप से योजना बनाई गई थी। रणजी ट्रॉफी के मैच उन शहर और कस्बों में खेले जा सकते हैं, जहां कोरोना के हालातों में सुधार हो रहा है। मुंबई में अभी केस कम आ रहे हैं। धर्मशाला और पोंडुचुरी भी अच्छा विकल्प है।"