देश में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केद्रीय चुनाव आयोग की बैठक चल रही है। बैठक के बाद ऐसा माना जा रहा है कि देश में बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए चुनाव आयोग चुनाव रैलियों और चुनावी जनसभा पर लगी रोक को बढ़ा सकती है। पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद चुनाव आयोग ने 15 जनवरी तक रैलियों और जनसभाओं पर रोक लगाई थी। जिसे बाद में 22 जनवरी तक बढ़ा दिया गया। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव समेत राज्यों के अधिकारी भी हैं।

8 जनवरी को हुआ था चुनावी तारीखों का ऐलान

चुनाव आयोग ने 8 जनवरी को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में चुनावों की तारीखों की घोषणा की थी। तब कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 15 जनवरी तक रैलियों पर रोक लगाई गई थी। इस रोक को 22 जनवरी तक बढ़ा दिया गया था।

आयोग ने पार्टियों की इनडोर मीटिंग में 300 लोगों या हॉल की क्षमता के 50% लोगों को शामिल किए जाने की छूट दी गई थी। सिर्फ सोशल मीडिया पर कैम्पेन करने की इजाजत दी गई थी। इस पाबंदी की मियाद आज खत्म हो रही है।

10 फरवरी से शुरू होगी वोटिंग

उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में वोटिंग होगी, 10 फरवरी से 7 मार्च तक। उत्तराखंड और गोवा में एक साथ 14 फरवरी को वोटिंग होगी। पंजाब में 20 फवरी को, वहीं मणिपुर, में 27 फरवरी और 3 मार्च को वोट पड़ेंगे। सब जगह नतीजे 10 मार्च को आएंगे।