नई दिल्ली ।  नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बीवी आर सुब्रमण्यम ने कहा कि भारत को बाकी दुनिया के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए कई और मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर हस्ताक्षर करने और सीमा शुल्क में कटौती की जरूरत है। सुब्रमण्यम ने यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन में कहा कि सरकार को किसी भी क्षेत्र को प्रतिस्पर्धा से संरक्षण नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा ‎कि मुझे लगता है कि हमें अपनी क्षमताओं के बारे में बहुत आश्वस्त होना चाहिए कि भारत वास्तव में बाकी दुनिया के साथ प्रतिस्पर्धी होने में सक्षम होगा। सुब्रमण्यम ने कहा कि दुनिया की शीर्ष 50 कंपनियों में भारत की सिर्फ एक बीमा कंपनी है, जबकि वैश्विक शीर्ष 100 की सूची में केवल दो बैंक हैं। मुझे लगता है कि हमें शुल्क को बहुत कम रखना चाहिए। भारत को दूसरे देशों के साथ कई और एफटीए पर हस्ताक्षर करने चाहिए। सुब्रमण्यम ने कहा कि भारतीय कंपनियां भी अपने-अपने क्षेत्र में बाकी दुनिया की कंपनियों की बराबरी कर सकती हैं। उन्होंने संरक्षणवाद के प्रति भी आगाह किया और निर्यात को बढ़ावा देने तथा आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुरक्षित करने के लिए भारत के वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं (जीवीसी) में शामिल होने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। नीति आयोग के सीईओ ने इस क्षेत्र में अधिक निजी पूंजी का भी आह्वान किया।