मुंबई । महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वेदांता-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट के गुजरात जाने के लेकर बड़ी बात कहते हुए कहा कि पिछले ढ़ाई वर्षों से राज्य में अस्थिरता महाराष्ट्र के मेगा प्रोजेक्ट को खोने का एक प्रमुख कारण था। उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘कहा जा रहा है कि एक परियोजना वेदांता-फॉक्सकॉन महाराष्ट्र से चली गई। लेकिन हमने इसे लाने के लिए एक महीने तक कड़ी मेहनत की। दुर्भाग्य से, वेदांता-फॉक्सकॉन ने पहले ही एक निर्णय ले लिया था, क्योंकि पिछले ढाई साल से महाराष्ट्र में अस्थिरता थी।’
गौरतलब है कि पिछले महीने वेदांता-फॉक्सकॉन ने 1.54 लाख करोड़ रुपये के निवेश वाले अपने सेमीकंडक्टर संयंत्र को गुजरात में स्थापित करने की घोषणा की थी, जो पहले महाराष्ट्र में होना था। इस घटनाक्रम के बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने राज्य में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की और एक लाख से अधिक नौकरियों का अवसर गंवाने के लिए दोषी ठहराया।
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 21 सितंबर को मुंबई में पार्टी नेताओं के एक समूह को संबोधित करते हुए कहा था, ‘वेदांता-फॉक्सकॉन परियोजना क्यों चली गई? हम आपके साथ (शिंदे-फडणवीस सरकार) आने को तैयार हैं, आप इस परियोजना को महाराष्ट्र में लाइए। आज, मुख्यमंत्री दिल्ली गए। वह कितनी बार सलामी देने जाएंगे? उन्होंने (भाजपा नीत केंद्र सरकार) वेदांता-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट को महाराष्ट्र से बाहर ले जाने के लिए बहुत पहले ही तैयारी कर ली थी।’
इससे पहले, मुंबई के उपनगर गोरेगांव में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, उद्धव ठाकरे ने कहा था कि इस परियोजना के पड़ोसी भाजपा शासित राज्य में स्थानांतरित होने के बाद केंद्र वेदांता-फॉक्सकॉन को भारी प्रोत्साहन दे रहा है। इस मुद्दे पर शिंदे की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ‘सीएम एकनाथ शिंदे आज फिर दिल्ली में ‘मुजरा’ करने गए हैं… महाराष्ट्र की परियोजनाएं दूसरे राज्यों में क्यों जाती हैं? वह इस बारे में पीएम से बात क्यों नहीं करते? क्या उनमें बोलने की हिम्मत नहीं है?’
दूसरी ओर, ठाकरे के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वेदांता महाराष्ट्र आएगा। उन्होंने कहा कि मैंने पीएम मोदी और केंद्रीय गृह अमित शाह से बात की है। शिंदे ने कहा, ‘हमारी सरकार कुछ महीने पुरानी है, गत दो साल में फैसले नहीं लिए गए। वेदांता महाराष्ट्र आएगा। मैंने पीएम मोदी और केंद्रीय गृह अमित शाह से बात की है और उन्होंने आश्वासन दिया है। बहुत सारे उद्योग राज्य से बाहर चले गए, क्योंकि पिछली सरकार सरकार फैसले नहीं ले रही थी।’