मुंबई । महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद यहां की सत्ता गंवा चुके शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी फोरम पर सार्वजनिक रूप से शिवसैनिकों के सामने आए और भाजपा नेता और गृहमंत्री अमित शाह को खुली चुनौती  देते हुए कहा कि मुंबई जीत कर दिखाएं। उद्धव ने कहा, 'मैं चैलेंज देता हूं कि अगर हिम्मत है, तो एक महीने के भीतर मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) का चुनाव करा कर देख लो।' उद्ध‌व का चैलेंज यहीं खत्म नहीं हुआ। उन्होंने कहा, 'शिवसेना की ताकत देखनी है, तो बीएमसी के साथ विधानसभा का चुनाव भी करा लो।' उद्ध‌व ने शाह को यह चैलेंज बुधवार को गोरेगांव के नेस्को मैदान में आयोजित शिवसेना के गट प्रमुखों के सम्मेलन में दिया। गट प्रमुख शिवसेना की सबसे पहली इकाई है। दशहरा रैली से पहले शिवसैनिकों को 'रीचार्ज' करने के मकसद से उद्धव ने गट प्रमुखों का यह सम्मेलन बुलाया था। करीब 25 हजार लोगों की क्षमता वाला सभास्थल शिवसैनिकों से खचाखच भरा था। उद्धव ने कहा, 'इस बार लड़ाई में मजा आएगा। जो मर्द होता है, वह इसी तरह की लड़ाई का इंतजार करता है।' उन्होंने कहा, 'इतिहास गवाह है आदिल शाह, निजाम शाह बहुत से शाह आए और खत्म हो गए। इस बार किसी शाह की कोई चाल कामयाब नहीं होगी।'
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे बुधवार को अपने भरोसेमंद मंत्रियों और विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे। देर शाम वह मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर तंज करते हुए कहा, 'वे हमें गद्दार कहते हैं। वक्त आने पर पता चलेगा कि कौन गद्दार है और कौन खुद्दार।' शिंदे ने उद्धव पर आरोप लगाया कि सत्ता के लालच में उन्होंने बालासाहेब के विचारों और हिंदुत्व को छोड़ दिया। उन्होंने ग्राम पंचायत के चुनाव नतीजों को अपने गुट जीत बताते हुए दावा किया कि जनता ने ठाकरे गुट को नकार दिया है।
शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के आयोजन की अनुमति के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। यह याचिका शिवसेना के सचिव अनिल देसाई ने बुधवार को दायर की है। याचिका में कहा गया है कि बीएमसी ने रैली की अनुमति के लिए अगस्त में भेजे गए उसके आवेदनों पर अब तक निर्णय नहीं लिया है। इसलिए पार्टी हाई कोर्ट का रुख करने के लिए विवश है। याचिका पर गुरुवार को सुनवाई होगी। याचिका में कहा गया है कि पार्टी 1966 से शिवाजी पार्क में हर साल दशहरा रैली का आयोजन कर रही है।