अलीगढ़।  उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ0 देवेंद्र शर्मा ने अलीगढ़ भ्रमण के दौरान पोषण पुनर्वास केंद्र, प्राथमिक विद्यालय, आंगनवाड़ी केंद्र, कस्तूरबा गांधी विद्यालय, अलाना मीट फैक्ट्री का भ्रमण कर निरीक्षण किया। सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के अधिकारों का संरक्षण करना बाल संरक्षण आयोग का दायित्व है। बाल श्रम एवं बाल भिक्षावृत्ति को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी भी महिलाओं एवं बाल अधिकारों के संरक्षण के प्रति गंभीर एवं संवेदनशील हैं। प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। कन्या सुमंगला योजना में बेटी के जन्म से लेकर उच्च शिक्षा के लिए धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की परवाह करते हुए बच्चों को सहायता राशि दी जा रही है। अनाथ बालिकाओं की शादी के लिए एक लाख की धनराशि से मदद की जा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ’’एक युद्ध-नशे के विरुद्ध’’ अभियान संचालित कर देश के भविष्य नन्हे-मुन्ने बच्चों के लिए नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। बाल भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए जागरूकता अभियान के साथ ही श्रम प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा प्रवर्तन कार्य भी किया जा रहा है। इसके लिए टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि बच्चों के मोबाइल संचालन के समय उनके आसपास रहें। बच्चों का मन कोमल होता है, बुरी आदतें जल्दी ग्रहण कर लेते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ पात्रों को दिलाना सुनिश्चित करें।
पोषण पुनर्वास केंद्र का किया निरीक्षणः
अध्यक्ष बाल संरक्षण आयोग द्वारा एएमयू में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। एनआरसी में क्षमता के अनुरूप 10 अति कुपोषित बच्चे- मरियम, वेदिका, जीत, अरूण, हिफजा़, अल्तमश, नैतिक, चंदन, शारदा, युवान भर्ती पाए गए। उन्होंने तीमारदारों से वार्ता कर व्यवस्थाओं के साथ ही बच्चों की सेहत में सुधार के बारे में जानकारी प्राप्त की। तीमारदारों द्वारा बताया गया कि उनके बच्चां का स्वास्थ्य पहले से काफी बेहतर है। तीमारदारों ने बच्चों की बेहतर परवरिश के लिये योगी आदित्यनाथ जी को धन्यवाद भी दिया। अध्यक्ष द्वारा पीकू वार्ड का निरीक्षण किया गया। चिकित्सकों ने बताया कि वर्तमान में कोई बच्चा कोविड से संक्रमित नहीं है।  सामान्य बीमारियों से 5 बच्चे भर्ती हैं जिन्हें चिकित्सकीय देख-रेख में उपचारित किया जा रहा है।
प्राथमिक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र सिया खास का किया निरीक्षणः
अध्यक्ष बाल संरक्षण आयोग डॉ0 देवेंद्र शर्मा द्वारा प्राथमिक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र सिया खास का निरीक्षण किया गया। गर्भवती महिलाओं की सेहत में सुधार एवं जागरूकता लाने के लिए महिलाओं की गोद भराई की। आंगनवाड़ी केंद्र में 45 बच्चे उपस्थित पाए गए। प्राथमिक विद्यालय में 120 बच्चे पंजीकृत हैं। उन्होंने बच्चों से कविता पहाड़े भी सुने। बच्चों को नैतिक शिक्षा की नसीहत देते हुए प्रतिदिन नहाकर आने, माता-पिता की बात मानने और साफ सफाई रखने की के बारे में समझाया। ग्राम प्रधान एवं प्रधानाचार्य को निर्देशित किया कि वह विद्यालय परिसर को साफ और स्वच्छ रखें। पानी पीने की जगह पर काफी गंदगी पायी गयी, साफ सफाई करने के निर्देश दिए। अध्यापकों एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए एक अलग से शौचालय बनाए जाने के लिए भी ग्राम प्रधान से कहा। विद्यालय में कायाकल्प योजना के तहत झूले, सीसोझूला, स्लाइडर लगे पाए गए।
कस्तूरबा गांधी विद्यालय मंजूर गढ़ी का किया निरीक्षणः
अध्यक्ष बाल संरक्षण आयोग द्वारा कस्तूरबा गांधी विद्यालय मंजूर गढ़ी का निरीक्षण किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों से प्रातः नाश्ता, दोपहर एवं रात्रि के खाने की गुणवत्ता के बारे में जानकारी प्राप्त की। विद्यालय की व्यवस्थाओं से बच्चे संतुष्ट दिखे। उन्होंने बच्चों से संवाद स्थापित कर शैक्षणिक गुणवत्ता को परखते हुए नसीहत देते हुए कहा कि बच्चे अपना लक्ष्य निर्धारित करें, कठिन परिश्रम करें और लक्ष्य के प्रति समर्पित रहना सीखें। आज की मेहनत उनका कल का भविष्य संवार सकती है। उन्होंने वार्डन से तैनात स्टाफ के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि बच्चों को अच्छे से खिलाए, पढ़ाएं और मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए योग अवश्य कराएं। उन्होंने विद्यालय में रंग रोगन, बाउंड्रीवाल कराए जाने के साथ ही फागिंग एवं वृक्षारोपण कराए जाने के भी निर्देश दिए।
मीट फैक्ट्री का किया निरीक्षणः
बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष द्वारा अलाना मीट फैक्ट्री का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने वृक्षारोपण भी किया। मीट फैक्ट्री के मैनेजर इमरान से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि ज़िला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर सीएसआर फंड के माध्यम से आसपास के विद्यालयों में विकास कार्य कराए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि फैक्ट्री में बाल श्रम ना होने दिया जाए, जिस पर मैनेजर ने बताया कि आधार कार्ड एवं बायोमैट्रिक व्यवस्था के तहत फैक्ट्री में कार्य कराया जाता है। इस दौरान उन्होंने ईटीपी संयन्त्र का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देशित किया कि इस तकनीकी युग में नए-नए उपकरण आ गए हैं, इनकी स्थापना करें, पर्यावरण का ध्यान रखें ताकि आसपास के लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।
सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ की बैठकः
बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष द्वारा सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई। जिला प्रोबेशन अधिकारी स्मिता सिंह द्वारा बैठक का संचालन करते हुए विभागीय योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि जनपद में बाल सेवा योजना में 318 बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है। पीएम केयर्स फंड के तहत 13 अनाथ बच्चों को 10-10 लाख की मदद दी गई है। प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार में दो बच्चों को पुरस्कृत किया गया है। कन्या सुमंगला योजना में 12 हजार से अधिक पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है। रानी लक्ष्मीबाई योजना में 53 पीड़ितों को अनुग्रह राशि दी गई है। 46 हजार से अधिक महिलाओं को निराश्रित पेंशन दी जा रही है। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रेयस कुमार द्वारा बताया गया कि पोषाहार वितरण का कार्य स्थानीय जनप्रतिनिधियों की गरिमामय उपस्थिति में कराया जा रहा है। अति कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र भेजा जा रहा है। अन्नप्राशन एवं गोद भराई का कार्यक्रम भी जनप्रतिनिधियों द्वारा कराते हुए महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाई जा रही है।
जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ धर्मेंद्र शर्मा द्वारा बताया गया कि जनपद में 93 शासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय हैं। 2193 शैक्षणिक स्टाफ द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षण कार्य कराया गया। आयोग के अध्यक्ष द्वारा विद्यालयों में अभिभावक संघ एवं पुरातन समिति बनाए जाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि इससे शैक्षणिक वातावरण में व्यापक परिवर्तन आएगा। एबीएसए द्वारा बताया गया कि स्कूल चलो अभियान के तहत 310093 के सापेक्ष 291263 नामांकन कर 94 फीसद प्रगति प्राप्त की गई है। बच्चों को समय से मध्यान्ह भोजन दिया जा रहा है। रसोइयों को बढ़ा हुआ मानदेय दिया जा रहा है। कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में जुलाई तक स्टाफ की भर्ती कर ली जाएगी। अभिभावकों के खातों में स्कूल ड्रेस के लिए धनराशि भेजी जा रही है। जिला समाज कल्याण अधिकारी सूरज कुमारी ने बताया कि राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के तहत विगत वर्ष 666 पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया। राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत 1171 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है। चालू वित्तीय वर्ष में 11944 नवीन स्वीकृति प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में 677 पात्र जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया। अनुसूचित जाति अत्याचार उत्पीड़न सहायता योजना में 397 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है। सामान्य वर्ग शादी अनुदान योजना में 518 गरीबों की शादी अनुदान योजना अंतर्गत लाभ प्राप्त कराया गया। इसी प्रकार से अनुसूचित जाति शादी अनुदान योजना में 680 गरीब पुत्रियों को लाभान्वित किया गया। उन्होंने बताया कि छात्रवृत्ति योजना में विद्यार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है। ज्ञानेन्द्र मिश्रा द्वारा बताया गया कि बाल भिक्षावृत्ति रोकने के लिये आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। कोविड के दौरान काफी बच्चों की मदद करने के साथ ही 30 बाल विवाह के मामलों को चाइल्ड लाइन के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। एएलसी बी0एम0 शर्मा द्वारा विभागीय एवं प्रवर्तन कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी।बैठक में सीडब्लूसी चेयरमैन जितेन्द्र सिंह, सदस्य नीता वार्ष्णेय, कल्पना खरे, एसीएम सुधीर कुमार, एएसपी रजनी, आबकारी निरीक्षक प्रदीप सिंह, सीमा सिंह, डा0 एम0के0 माथुर, श्रम प्रवर्तन अधिकारी जितेन्द्र सिंह, सहायक निदेशक कारखाना अनिल कुमार, एडीआईओएस मनोरमा ठाकुर समेत अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।