नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि 3 दिसंबर के आसपास बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान आने की संभावना है। हालांकि, इसका असर ओडिशा तक जाने की संभावना नहीं है। आईएमडी ने कहा है कि संभावित चक्रवात के प्रभाव का आकलन शुक्रवार को समुद्र में दबाव बनने के बाद ही किया जा सकता है। आईएमडी वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा कि संभावित चक्रवात के मार्ग और अन्य मापदंडों का अनुमान अवसाद के गठन के बाद ही लगाया जा सकता है। इसलिए हमने ओडिशा या तट पर किसी अन्य स्थान पर प्रभाव के बारे में कुछ नहीं बताया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगले चार दिनों तक ओडिशा तट के लिए कोई चेतावनी नहीं है। उन्होंने कहा कि ओडिशा तट के लिए मछुआरों के लिए भी कोई चेतावनी नहीं है। 2 दिसंबर की सुबह से 50-60 किमी प्रति घंटे से लेकर 70 किमी प्रति घंटे तक की तेज हवा चलने की संभावना है। आईएमडी ने बताया कि इसकी शुरुआत शुक्रवार को ही हो जाएगी।
आईएमडी ने एक विशेष बुलेटिन में कहा कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित हो गया है। मौसम एजेंसी ने कहा कि इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी के ऊपर एक दबाव में तब्दील होने की संभावना है। आईएमडी ने कहा, पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए यह धीरे-धीरे तीन दिसंबर के आसपास बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। इसके बाद यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों तक पहुंचेगा। 4 दिसंबर की सुबह के आसपास एक चक्रवाती तूफान के रूप में बदल जाएगा।