मुंबई । एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने से इनकार कर ‎दिया है। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी के उपवास पर भी सवाल उठाया है। हालां‎कि शरद पवार को मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का न्योता मिला है। इस पर पवार ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को पत्र लिखकर बाद में समय निकालकर दर्शन के लिए आने की बात कही है। उधर, शरद पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के मौके पर 10 दिनों का उपवास करने पर सवाल पूछा है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने पूछा कि क्या मोदी देश के लोगों की भूख मिटाने के लिए इसी तरह उपवास करेंगे? शरद पवार ने कहा कि मैं अयोध्या में राम मंदिर के लोकार्पण कार्यक्रम का सम्मान करता हूं, लेकिन क्या सरकार गरीबी दूर करने के लिए भी ऐसा कोई कार्यक्रम चलाएगी? यह सवाल शरद पवार ने सीमावर्ती क्षेत्र निपानी में पार्टी के नए पदाधिकारियों के लिए आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए पूछा।
इस दौरान शरद पवार ने दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर का ‘शिलान्यास’ तब किया गया था जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। राजीव गांधी के कार्यकाल में ही पहला पत्थर रखा गया था। लेकिन आज बीजेपी और आरएसएस की ओर से भगवान राम के नाम पर राजनीति की जा रही है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। ले‎किन उन्होंने महासचिव चंपत राय को पत्र लिखा। पत्र में लिखकर बाद मैं स्वतंत्र रूप से समय निकालकर दर्शन के लिए का वादा ‎किया है।