लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार को कहा कि कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) प्लांट से पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी बल्कि किसानों की आय भी बढ़ेगी। इससे किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाने की बहुत बड़ी समस्या का समाधान होगा। योगी ने कहा कि जिस पराली को पहले जला दिया जाता था अब ये हमारे किसानों की अतिरिक्त आमदनी का माध्यम बनेगा। गोबर से भी किसानों को अतिरिक्त आय भी होगी। 
सीबीजी प्लांट ना केवल किसान और पशुपालकों के लिए, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर भी सृजित होंगे। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ बदायूं की दातागंज विधानसभा के सैंजनी गांव में सीबीजी प्लांट का उद्घाटन करने पहुंचे थे। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस व आवासन एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक रूप से विपन्न क्षेत्र में सीबीजी प्लांट पर्यावरण की रक्षा, किसानों की आमदनी, युवाओं को रोजगार और नये उद्यम स्थापित करने का नया माध्यम बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 8 जिलों जौनपुर, अमेठी, सीतापुर, फतेहपुर, बहराइच, बरेली, कन्नौज और बदायूं में सीबीजी प्लांट लगाया जा रहा है। 
सीएम योगी ने कहा कि बदायूं में 133 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित सीबीजी प्लांट 50 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है जिसमें प्रतिदिन 100 मीट्रिक टन धान की पराली का उपयोग करते हुए 14.25 मीट्रिक टन बायोगैस का उत्पादन होगा। साथ ही 65 मीट्रिक टन ठोस जैविक खाद का प्रतिदिन उत्पादन भी होगा। इससे प्राकृतिक और कच्चे तेल के आयात में कमी आएगी साथ ही साथ प्रदूषण में भी कमी आएगी। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के लक्ष्यों को प्राप्त करने में ये संयंत्र मददगार होगा और तो और जैव उर्वरक के प्रयोग से मिट्टी में कार्बन तत्व की वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में राज्य में 100 सीबीजी प्लांट लगाए जाएंगे। प्रत्येक प्लांट से 100 से अधिक लोगों को नौकरियां मिलेंगी। साथ ही साथ इससे जुड़े सहायक उद्यमों में भी बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन होगा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक प्लांट से 147 हजार एकड़ भूमि खेती को शुद्ध किया जा सकेगा। फर्टिलाइजर के अत्यधिक उपयोग से हमारे खेत जहरीले हो चुके हैं जिनसे किडनी, लिवर फेल्योर होने के साथ ही कैंसर जैसी घातक बीमारियां बढ़ रही हैं। इसका एक ही इलाज है प्राकृतिक और जैविक खेती। सीबीजी प्लांट प्राकृतिक जैविक खेती को बढ़ावा देने वाला होगा।