देहरादून 19मार्च/ इसरो ने मप्र मैपकास्ट के प्रधान वैज्ञानिक डाबी को प्रदान किया उत्कृष्ट डीपीएल समन्वयक पुरुस्कार 2023

मध्यप्रदेश के महाकाल की नगरी उज्जैन से केमिकल इंजीनियरिंग करने वाले शैलेन्द्र सिंह डाबी प्रधान वैज्ञानिक मेपकॉस्ट भोपाल को आईआईआरएस इसरो (अंतरिक्ष विभाग) भारत सरकार ने “उत्कृष्ट डीपीएल समन्वयक पुरुस्कार 2023” प्रदान किया। शैलेन्द्र सिंह डाबी प्रदेश के पहले वैज्ञानिक है,जिन्हें उत्कृष्ट डीपीएल समन्वयक पुरुस्कार प्राप्त होने का गौरव प्राप्त हुआ है। भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान, आईआईआरएस, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, अंतरिक्ष विभाग भारत सरकार की देहरादून में दिनांक 18 से 19 मार्च 2024 में आयोजित वार्षिक आईआईआरएस एकेडेमिया मीट 2024 में मध्यप्रदेश के शैलेन्द्र सिंह डाबी प्रधान वैज्ञानिक मेपकॉस्ट को आईआईआरएस इसरो आउटरीच कार्यक्रम के समन्वयन में महत्वपूर्ण योगदान के लिए “उत्कृष्ट डीपीएल समन्वयक पुरुस्कार 2023” इसरो के वैज्ञानिक सचिव शांतनु भटावडेकर, राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी हैदराबाद के निदेशक डॉ प्रकाश चौहान, आईआईआरएस के निदेशक डॉ राघवेंद्र प्रताप सिंह एवं आईआईआरएस के अकादमिक डीन व समूह निदेशक, जल विज्ञान और शहरी अध्ययन समूह ने प्रदान किया।
आईआईआरएस इसरो वार्षिक एकेडेमिया 2024 की थीम रिमोट सेंसिंग ऑफ़ अर्थ एंड बियोंड @ 2047 रही। जिसके माध्यम से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो अपने विजन 2047 के तहत ग्रहो की खोज, अंतरिक्ष स्टेशन विकास और अंतरिक्ष में निरंतर मानव उपस्थिति के लिए सहयोगात्मक प्रयासों में आगे बढ़ रहा है और भविष्य के लिए तैयारी, आत्मनिर्भर भारत के लिए 25 साल का ब्लू प्रिंट बनाने को महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए कार्यरत है। इसी कड़ी में महत्वपूर्ण योगदान में सक्रियता से सहभागीदारी करते हुए आईआईआरएस इसरो देहरादून के 3000 से ज्यादा डीपीएल समन्वयक वैज्ञानिक पुरे देशभर में कार्यरत है। इन्ही में से उत्कृष्ट कार्य करने वाले समन्वयक के रूप में म.प्र. उज्जैन जिले के ग्राम दुबली के किसान परिवार में जन्मे श्री शैलेन्द्र सिंह डाबी जिन्होंने उज्जैन इंजीनिरिंग महाविद्यालय से केमिकल इंजीनिरिंग करने के बाद म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल में प्रधान वैज्ञानिक के रूप में कार्य करने वाले प्रतिभावान वैज्ञानिक को उनके आईआईआरएस भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, अंतरिक्ष विभाग के साथ मिलकर कार्य करने के योगदान के लिए “उत्कृष्ट डीपीएल समन्वयक पुरुस्कार 2023” प्रदान किया गया।
आईआईआरएस इसरो वार्षिक एकेडेमिया मीट 2024 अपने शैक्षणिक समुदाय/अनुसंधानकर्ता/उपयोगकर्ता मंत्रालय/साझेदार उद्योग, छात्र, एवं आईआईआरएस संकाय को अपने अनुभव साझा करने और भारत को परिवर्तन के नए आयाम में ले जाने के उदेश्य से प्रौद्योगिकी विकास के संभावित क्षेत्रो की खोज के लिए भी मंच प्रदान करने का कार्य करता है साथ ही रिमोट सेंसिंग, भू-सूचना विज्ञान और उनके अनुप्रयोगों में क्षमता निर्माण में सबसे आगे रहने के लिए, उपयोगकर्ताओं/हितधारकों के साथ निरंतर संवाद और अनुसंधान सहयोग करता है। आईआईआरएस एकेडेमिया मीट 2024 में स्पेस एप्लिकेशन सेंटर अहमदाबाद के निदेशक नीलेश एम देसाई ने इमर्जिंग टेक्नोलॉजी इन माइक्रोवेव रिमोट सेंसिंग पर उध्बोधन दिया इसी प्रकार शांतनु भटावडेकर इसरो सचिव ने अर्थ ऑब्जरवेशन सिस्टम्स: फ्यूचर डायरेक्शन विषय पर, डॉ प्रकाश चौहान निदेशक एनआरएससी निदेशक ने हाइलाइट्स ऑफ़ इंडियन स्पेस साइंस एक्सप्लोरेशन प्रोग्राम्स पर, डॉ पीवी राधा देवी निदेशक एड्रिन ने नेक्स्ट जनरेशन जो इंटेलिजेंस फॉर नेशनल सिक्योरिटी पर, डॉ शांतनु रस्तोगी हेड & डीन डीडीयू यूनिवर्सिटी ने एस्ट्रोफिजिक्स एंड एस्ट्रोकेमिस्ट्री इन द इंटरस्टेलर मध्यम पर, डॉ वीके दधवाल चेयर प्रोफ़ेसर ऑफ़ एनवीरोमेंट साइंस एनआईएएस बेंगलुरु ने रिसर्च गैप्स इन इओ बेस्ड स्टडीजऑन सुसस्टेनेबिलिटी एंड डिजास्टर रेसिलिएंस पर एवं कर्नल एस के सरकार कमांडर, सीएमइ पुणे ने रोले ऑफ़ नाविक बेस्ड पोजिशनिंग सिस्टम डिफेन्स सेक्टर पर उध्बोधन दिया। मध्यप्रदेश के शैलेन्द्र सिंह डाबी प्रधान वैज्ञानिक आईआईआरएस भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, अंतरिक्ष विभाग भारत सरकार से आउटरीच कार्यक्रम के समन्वयन में महत्वपूर्ण योगदान के लिए “उत्कृष्ट डीपीएल समन्वयक पुरुस्कार” प्राप्त करने वाले प्रदेश के पहले वैज्ञानिक है । बीके इंजी नरेश बाथम