लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने धार जिले के ऐतिहासिक कस्बे बाग में विश्वविख्यात बाग प्रिंट हस्तकला की बारीकियों को नजदीक से समझा। उन्होंने बाग प्रिंट की पूरी प्रक्रिया को देखा और अपनी रुचि प्रकट करते हुए वस्त्रों पर स्वयं ठप्पा लगाकर कला का अनुभव लिया।

मंत्री श्रीमती उइके को नेशनल अवार्डी श्री बिलाल खत्री, स्टेट अवार्डी श्री काज़ीम खत्री और श्री अब्दुल करीम खत्री ने बाग प्रिंट की ऐतिहासिकता, निर्माण प्रक्रिया और वैश्विक पहचान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह कला पारंपरिक तरीके से प्राकृतिक रंगों और लकड़ी के ब्लॉक्स का उपयोग करके बनाई जाती है, जो बाग कस्बे की अनूठी सांस्कृतिक पहचान है।

मंत्री श्रीमती उइके ने इस कला की सराहना करते हुए कहा कि "बाग प्रिंट न केवल हमारे देश की अद्वितीय सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, बल्कि इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिली है। इस कला को प्रोत्साहित करना और इसके कलाकारों को समर्थन देना हम सभी की जिम्मेदारी है।

मंत्री श्रीमती उइके ने अपनी ओर से इस हस्तकला को प्रोत्साहन देने का आश्वासन दिया और इस कला को और अधिक व्यापक मंच प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया। मंत्री श्रीमती उइके ने अपने अनुभव को विशेष बताया और बाग प्रिंट की कला में छिपी कारीगरी को देखकर स्थानीय कारीगरों के कौशल की प्रशंसा की।

कार्यक्रम में स्थानीय निवासियों और कारीगरों ने मंत्री श्रीमती उइके का स्वागत किया और उनके इस दौरे को प्रेरणादायक बताया। बाग प्रिंट हस्तकला राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी है।

 

 बबीता मिश्रा/बीके इंजी नरेश बाथम

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