मुंबई। हॉलीवुड फिल्म ‘द सुसाइड स्क्वायड’ में नजर आई अभिनेता जॉन सीना और इद्रीस अल्बा की जोड़ी अब ‘हेड्स ऑफ स्टेट’ में नजर आई है। इस एक्शन-कामेडी फिल्म में प्रियंका चोपड़ा भी अहम भूमिका में हैं। अभिनेता और रेसलर जान ने फिल्म में अमेरिकी राष्ट्रपति, वहीं इद्रीस ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री की भूमिका निभाई है। जान और इद्रीस से स्मिता श्रीवास्तव की जूम काल पर बातचीत के अंशः

आपने फिल्म के एक्शन दृश्यों की तैयारी कैसे की? इस बार क्या अलग था?

जॉन सीनाः इस तरह के किरदार में ज्यादातर मुझे मार खानी पड़ती है। मेरा किरदार विल खुद को बहुत बड़ा समझता है। वो एक सिनेमाई बैडएस (धमकाने वाला शख्स) है, जो जिम में तो ताकतवर है, लेकिन असल जीवन में नहीं। वह खुद को मुसीबत में डाल देता है और यहीं से कामेडी के लिए मौके बन जाते हैं।

इद्रीस: मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे कुछ हेड्स ऑफ स्टेट के साथ बैठने का मौका मिला। मैंने उनके व्यवहार और हावभाव को देखा, उन अनुभवों से काफी कुछ सीखा और उन्हें अपनी तैयारी में प्रयोग किया। (हंसते हुए) मैं तो हमेशा राष्ट्रपतियों के साथ घूमता हूं।

एक एक्शन सीन सीखने में आपको कितना समय लगता है?

जॉन सीना: यह सीन पर निर्भर करता है। कोरियोग्राफी मुश्किल होती है और हर कोई अपनी गति से उसे सीखता है। फिल्म और लाइव परफार्मेंस में बड़ा अंतर यही है कि आप फिल्मों में केवल सबसे अच्छे टेक ही दिखाते हैं। जैकी चैन से एक बार पूछा गया था कि उन्होंने एक सीन में पंखा फेंका और वो वापस उनके हाथ में आ गया, तो उन्होंने कहा कि आपने केवल वो देखा जो सही था, लेकिन आपने वो 200 बार नहीं देखा, जब मैं उसे फेंकने में चूक गया!

शूटिंग से लौटने पर शरीर का ध्यान कैसे रखते थे?

जॉन सीना: आइस बाथ रिकवरी की एक प्रक्रिया होती है, जो चोट लगने पर ही नहीं, थकान कम करने के लिए भी उपयोगी होती है। जब आप बड़े पैमाने पर एक्शन करते हैं, तो उसमें जोखिम होता ही है, चाहे वो स्टंट निर्देशक करे या हमें करने के लिए कहा जाए। इस सेट पर सब कुछ बेहद सुरक्षित तरीके से किया गया। इस फिल्म में विस्फोट हैं, क्रैश हैं, बहुत कुछ वास्तविकता में किया गया है। इतनी चीजें शूट की गईं और कोई घायल नहीं हुआ।

इद्रीस: यह जवाब इतना बढ़िया है कि मैं इसके बाद कुछ भी कहने लायक नहीं हूं।

जॉन, रेसलिंग की पृष्ठभूमि ने एक्शन सीन्स और अभिनय करने में आपकी किस तरह से मदद की है?

जब आप 25 सालों तक हजारों उत्साहित दर्शकों के सामने लाइव परफार्म करते हैं, तो उससे कभी जोश मिलता है, तो कभी शर्मिंदगी मिलती है, लेकिन हर बार कुछ सीखने को मिलता है। मैं उम्मीद करता हूं कि किसी दिन उन दर्शकों को बता सकूंगा कि मैं उन अनुभवों और सीखी गई बातों के लिए कितना आभारी हूं।

इद्रीस, फिल्म में एक अभिनेता के नेता बनने को लेकर आपकी धारणा में क्या बदलाव हुआ ?

इंसानों को मार्गदर्शन की जरुरत होती है। आप अभिनेता हैं, इसका मतलब यह नहीं कि आप मार्गदर्शन करने या नेतृत्व करने के लायक नहीं हैं। मैंने फुटबाल खिलाड़ियों, कामेडियन को भी हेड्स ऑफ स्टेट बनते देखा है। मैं इसके पक्ष में हूं कि अगर आप ईमानदारी, दिल और समझ के साथ नेतृत्व करते हैं, तो आप लोगों का मार्गदर्शन कर सकते हैं।

आप दोनों की केमिस्ट्री अच्छी है, जिसमें भरोसा एक साझा बात है। आप अपनी जिंदगी में इसको कैसे देखते हैं?

इद्रीस: मैं हर किसी पर भरोसा करता हूं, जब तक कि वह मुझे कारण न दें कि उन पर भरोसा नहीं करना है। मुझे लगता है कि जीने का यही एक स्वस्थ तरीका है। वरना ज्यादातर समय आप डर में ही जीते रहेंगे।

जॉन: इद्रीस का जवाब शानदार है। मेरा मानना है कि भरोसा पहले दिया जाता है, फिर कमाया जाता है और तब इसे संभालकर रखा जाता है, ताकि यह खास बना रहे!