राष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा दिवस (नेशनल रिन्यूएबल एनर्जी डे) अक्षय ऊर्जा दिवस प्रत्येक वर्ष 20 अगस्त को भारत में अक्षय ऊर्जा को अपनाने से संबंधित विकास के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।अक्षय ऊर्जा प्राकृतिक संसाधनों से प्राप्त होती है, जो कि खपत की तुलना में उच्च दर पर फिर से भर दी जाती है – उदाहरण के लिए धूप और हवा। संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार, अब अधिकांश देशों में नवीकरणीय ऊर्जा सस्ती है और कोयले, तेल और गैस जैसे जीवाश्म ईंधन की तुलना में तीन गुना अधिक रोजगार पैदा करती है, जो ऊर्जा के गैर-नवीकरणीय स्रोत हैं।1947 में जब देश आजाद हुआ था, उस वक्त सिर्फ 1362 मेगावाट बिजली तैयार होती थी। मार्च 2020 तक देश में 3 लाख 70 हजार 106 मेगावाट बिजली तैयार होती है। ट्रांसमिशन लाइन की लंबाई 1 करोड़ 34 लाख 40 हजार 258 सर्किट किमी है।                                                                                                                      आज अक्षय ऊर्जा दिवस है, जिले में सौर ऊर्जा से कई लाभ मिले हैं। कलेक्टर दिनेश जैन की पहल पर 100 आंगनवाड़ियों को सौर ऊर्जा के माध्यम से रोशन करने की पहल की गई है। इनमें से 79 आंगनवाड़ी में जन सहयोग से सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं, जिससे वहां रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था होने के साथ ही गर्मी से राहत के लिए पंखे भी लगाए जा सकते हैं। जबकि इसके पहले तक इन आंगनवाड़ी केंद्रों में विद्युत की व्यवस्था नहीं थी। वहीं 21 आंगनवाड़ी केंद्रों में भी जल्द ही सोलर पैनल स्थापित कर दिए जाएंगे। जिसके बाद यहां भी रोशनी और हवा की व्यवस्था सौर ऊर्जा के माध्यम से हो जाएगी।                                                                                                                                                          अक्षय ऊर्जा के मामले में शाजापुर जिले को काफी कुछ मिला है।                                                                          कलेक्टर दिनेश जैन ने बताया कि अडॉप्ट आंगनवाड़ी योजना के तहत लोगों को आंगनवाड़ी केंद्रों पर सोलर पैनल लगाने के लिए प्रेरित किया गया, जिस पर जिले के कई अधिकारी-कर्मचारी और आम नागरिक आगे आए और करीब 100 आंगनवाड़ी केंद्रों में सोलर पैनल लगाने का कार्य चल रहा है। इनमें से 79 में तो सोलर पैनल लगा दिए गए हैं और सौर ऊर्जा से आंगनवाड़ी केंद्रों में रोशनी पर हवा की व्यवस्था हो गई है। वहीं 21 में अभी काम चल रहा है। अक्षय ऊर्जा के मामले में शाजापुर जिले को काफी कुछ मिला है। 

जिले में 450 मेगावॉट का सौर ऊर्जा संयंत्र मोहन बड़ोदिया क्षेत्र में स्थापित हो रहा है। वहीं 200 किलो वाट का सौर ऊर्जा संयंत्र क्षेत्र में भी दिल्ली की कंपनी द्वारा स्थापित किया गया है। इसके अलावा जिले में कई पवनचक्की भी अक्षय ऊर्जा का उत्पादन कर रही हैं। अक्षय ऊर्जा संयंत्रों के माध्यम से जिले में बड़ी मात्रा में विद्युत उत्पादन हो रहा है, जिससे कई लाभ भी मिल रहे हैं। कृषि कार्य में भी किसान सौर ऊर्जा के माध्यम से कम खर्च में विद्युत उपयोग कर पा रहे हैं।        जिले में लगी कई पवनचक्की सोलर पैनल और सौर ऊर्जा संयंत्रों में स्थानीय लोगों को रोजगार मिला है। यह संयंत्र लगाने के लिए जमीनों का अधिग्रहण किया गया है, जिससे जमीनों के दाम में वृद्धि हुई है। इस तरह सौर ऊर्जा जिले के लिए काफी लाभदायक साबित हो रही है। आज अक्षय ऊर्जा दिवस पर लोगों को ऊर्जा साक्षरता जागरूकता के लिए भी कई आयोजन किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कलेक्टर दिनेश जैन को भोपाल में सम्मानित किया गया है।                  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शाहजहांपुर जिले से ऊर्जा साक्षरता अभियान की शुरुआत की गई थी। इस अभियान में शाजापुर जिले में बेहतर कार्य किया है और अब तक करीब 55000 लोगों को इस अभियान से जोड़ लिया गया है। जिले की इस उपलब्धि पर कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कलेक्टर दिनेश जैन को भोपाल में सम्मानित किया गया है।