नई दिल्ली  । उत्तरप्रदेश में अयोध्या एक बार फिर दीवाली पर दीपों का रिकार्ड बनाएगी। इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप देना भी शुरू कर दिया गया है। पीएम मोदी इस मौके पर अयोध्या में मौजूद रहने वाले हैं। इस बार 17 लाख दीपों को प्रज्वलित किया जाएगा, इन दीपों को बिछाने का काम पूरा भी कर लिया गया है। इस पूरे आयोजन को लिए यूपी सरकार ने एक नोडल अधिकारी की भी नियुक्ति की है। 
नोडल अधिकारी अजय प्रताप सिंह ने बताया कि 23 अक्टूबर को दीपोत्सव पर सुबह 9 बजे से वालंटियर्स द्वारा 37 घाटों पर बिछाये गए 17 लाख दीपों को नियत समय पर प्रज्वलित किया जायेगा। घाटों पर वालंटियर्स को समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश लाउस्पीकर से दिया जा रहा है। इनके लिए जलपान और भोजन की व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा पुलिस प्रशासन द्वारा घाटों की निगरानी की जा रही है।
घाटों पर दीपोत्सव पहचान-पत्र के बिना प्रवेश नहीं मिलेगा। सभी स्वयंसेवक अपना पहचान पत्र अनिवार्य रूप से लगाये रहेंगे। इसके अलावा राम की पैड़ी के 37 घाटों पर घाट समन्वयक सहित दीपोत्सव पदाधिकारी तैनात रहे।
अवध विश्वविद्यालय के वालंटियर्स ने शनिवार को राम की पैड़ी पर दीये बिछाने के कार्य को अंतिम रूप दे दिया। दीपोत्सव को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने 37 घाटों पर 200 से अधिक समन्वयक, ग्रुप लीडर व प्रभारी नियुक्त किए हैं। 22 हजार वालंटियर्स के सहयोग से 17 लाख दीप प्रज्वलित होंगे। सुबह 10 बजे विश्वविद्यालय, सम्बद्ध महाविद्यालयों व स्वयंसेवी संस्थाओं के लगभग 22 हजार वालंटियर्स घाटों पर तैनात रहे। दीयों की गणना घाट समन्वयकों की निगरानी में शुरू कराई गई।
इसके बाद विश्वविद्यालय के गणना समिति के सदस्यों द्वारा बारी-बारी से घाटों के दीयों की गणना की गई है। वहीं अपराह्न तीन बजे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड टीम के सदस्यों द्वारा कैमरें से हर घाटों के दीयों की गणना प्रारम्भ की गई। दीपोत्सव भव्य बनाने के लिए 16-16 दीयों का ब्लाक बनाया गया है। जिसमें 256 दीए लगाये गये हैं। दूसरी ओर घाट संख्या दस पर रामायणकालीन प्रसंग को उकेरा गया है इसमें भी दीए बिछाये गये हैं।