उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) की टीम ने डिपो में 25 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से मेट्रो का ट्रायल किया। दो से तीन घंटे तक ट्रायल चला। इससे पूर्व टीम ने मेट्रो को 10 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाया था।

तीन किलोमीटर लंबे एलीवेटे ट्रैक पर होगा ट्रायल

जून में पीएसी ग्राउंड स्थित डिपो से लेकर टीडीआइ माल तक तीन किमी लंबे एलीवेटेड ट्रैक पर ट्रायल होगा। वहीं गंगा टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) से रामलीला मैदान से आगरा फोर्ट स्टेशन के मध्य 260 मीटर की खोदाई हो चुकी है। यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि डिपो में तीन मेट्रो हैं। एक माह पूर्व तीनों मेट्रो का दस-दस किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रायल किया गया था।

तीन घंटे के ट्रायल में सब रहा ठीक

सोमवार को मेट्रो को 25 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाया गया। ट्रायल में गति से लेकर ट्रैक, ब्रेक सिस्टम, बिजली की आपूर्ति सहित अन्य को चेक किया गया। तीन घंटे तक चले ट्रायल में सब कुछ ठीक रहा। उन्होंने बताया कि जल्द ही मेट्रो का ट्रायल 35 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रायल किया जाएगा। वहीं गंगा और यमुना टीबीएम से टनल की खोदाई चल रही है। छह किमी लंबे प्राथमिकता वाले कारिडोर में छह मेट्रो का संचालन होगा। इसमें तीन किमी एलीवेटेड और तीन किमी भूमिगत ट्रैक शामिल है।

सिंगल पिलर तकनीक से स्टेशनों का होगा निर्माण

यूपीएमआरसी की टीम मेट्रो के दूसरे कारिडोर में सिंगर पिलर तकनीक से स्टेशन का निर्माण करेगी। यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि तीन ग्रिड में पिलर का निर्माण किया जाता है जबकि सिंगल पिलर में मध्य ग्रिड पर ही स्टेशन बनता है। आगरा कैंट, सदर बाजार, प्रतापपुरा, कलक्ट्रेट, आगरा कालेज, हरीपर्वत, संजय प्लेस स्टेशनों का टेंडर हो चुका है। यह सभी एलीवेटेड स्टेशन होंगे। आगरा कालेज स्टेशन पर पहला कारिडोर दूसरे से मिलेगा।