हैदराबाद| राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा कि तेलंगाना का समावेशी और व्यापक विकास देश के लिए एक रोल मॉडल है। कल्याण और विकास पर समान ध्यान देने के साथ राज्य तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। बजट सत्र के पहले दिन विधान सभा और परिषद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य हर मोर्चे पर अभूतपूर्व तरीके से प्रगति कर रहा है और साढ़े आठ साल की छोटी सी अवधि में यह पूरे देश के लिए एक रोल मॉडल बन चुका है।

उन्होंने कहा, तेलंगाना राज्य की असाधारण सफलता लोगों के आशीर्वाद, माननीय मुख्यमंत्री के कुशल प्रशासन, जनप्रतिनिधियों की कड़ी मेहनत और सरकारी कर्मचारियों द्वारा दिखाए गए समर्पण के कारण है।

तमिलिसाई ने कहा, तेलंगाना विकास मॉडल को लेकर पूरे देश में चर्चा चल रही है। मेरी सरकार राज्य के लोगों से वादा करती है कि हम उसी प्रेरणा और ईमानदारी से आगे बढ़ेंगे, जिसके साथ हमने अभी तक काम किया है।

राजभवन और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार के बीच तकरार के बाद बजट सत्र की शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण से हुई।

के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली सरकार ने सोमवार को तेलंगाना हाईकोर्ट से कहा था कि वो राज्यपास से बजट को मंजूरी देने के लिए कहे। अदालत ने दोनों पक्षों को सलाह दी कि वे बातचीत के जरिए इस मुद्दे को सुलझाएं और अदालत को इसमें न घसीटें।

राजभवन और राज्य सरकार के वकीलों ने बातचीत की, जिसके दौरान सरकार राज्यपाल के पारंपरिक अभिभाषण के साथ सत्र शुरू करने पर सहमत हुई, जबकि राज्यपाल ने बजट को मंजूरी देने की सहमति दी।

पिछले साल, बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण के बिना आयोजित किया गया था, जिससे विवाद पैदा हो गया था।

राज्यपाल ने अपने भाषण में कहा, एक समय था, जब राज्य बिजली कटौती और पूरे राज्य में अंधेरे की मार झेल रहा था। मेरी सरकार के प्रयासों और मेहनत से आज 24 घंटे बिजली है और हर तरफ रोशनी ही रोशनी है। एक समय था जब पूरा कृषि क्षेत्र संकटग्रस्त था, आज राज्य देश के बाकी हिस्सों को खाद्यान्न आपूर्ति करने में सक्षम है और देश का अन्न भंडार बन गया है।

उन्होंने कहा, एक समय था जब पानी की एक-एक बूंद के लिए लोग लड़ते थे, वहीं आज प्रदेश के हर घर में नल से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो रही है। एक समय था जब ग्रामीण क्षेत्र गरीबी और संकट की तस्वीर पेश करते थे, आज तेलंगाना के गांव पूरी तरह से बदल गए हैं और बहुत उच्च गुणवत्ता वाले जीवन के मॉडल बन गए हैं। तेलंगाना आज निवेशकों के अनुकूल है, आईटी और अन्य क्षेत्रों में शीर्ष श्रेणी की कंपनियों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित करता है। राज्य तेजी से तरक्की कर रहा है। पर्यावरण की रक्षा करने और हरियाली बढ़ाने में भी राज्य को दुनिया भर में सराहना मिल रही है।''

तमिलिसाई ने कहा कि राज्य को एक निराशाजनक स्थिति से देश के बाकी हिस्सों के लिए एक मॉडल बनने के लिए अनगिनत चुनौतियों का सामना करना पड़ा। तेलंगाना की प्रगति से आज पूरा देश हैरान है। आज राज्य न केवल आर्थिक रूप से मजबूत है बल्कि कल्याण और विकास में देश में शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में से एक है।

राज्यपाल ने उल्लेख किया कि राज्य की कुल प्राप्तियां जो 2014-15 में मात्र 62,000 करोड़ रुपये थीं, 2022 तक बढ़कर 1,84,000 करोड़ रुपये हो गई हैं। राज्य की प्रति व्यक्ति आय जो 2014-15 में 7,24,104 रुपये थी, वह 2022-23 तक बढ़कर 3,17,115 रुपये हो गई है।

उन्होंने किसानों, महिलाओं, युवाओं, पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए विभिन्न क्षेत्रों में राज्य द्वारा की गई उपलब्धियों और विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन को सूचीबद्ध किया।