भोपाल 28जुलाई/ मध्य प्रदेश विधानसभा का 12 दिवसीय मानसून सत्र विधिवत रूप से आरंभ।

मध्य प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र 2025 की पहली कार्यवाही और विपक्ष की गतिविधिया,सत्र के पहले दिन की कार्यवाही कई महत्वपूर्ण घटनाओं और राजनैतिक गतिविधियों से परिपूर्ण रही, जिसमें सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।
सदन की शुरुआत और श्रद्धांजलि कार्यक्रम सत्र की कार्यवाही प्रारंभ होने से पूर्व सदन में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ गाया गया। इसके पश्चात विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों के दिवंगत व्यक्तियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उनके योगदानों को याद करते हुए राज्य और राष्ट्र के लिए उनके कार्यों को प्रेरणास्रोत बताया। कांग्रेस का प्रतीकात्मक प्रदर्शन सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के समक्ष गिरगिट लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का उद्देश्य सरकार की कथित नीतिगत अस्थिरता और बदलते रुख को उजागर करना था। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस ने OBC आरक्षण, जातिगत जनगणना, भर्ती परीक्षाओं में अनियमितता, कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार और वित्तीय संकट जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति स्पष्ट की।
सदन की कार्यवाही स्थगन और ‘सदानीरा प्रदर्शनी’ का उद्घाटन श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात सदन की कार्यवाही को मंगलवार, 29 जुलाई सुबह 11:00 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
इसके उपरांत विधानसभा परिसर में ‘सदानीरा प्रदर्शनी’ का भव्य उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और अन्य मंत्रियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर प्रदर्शनी का विधिवत शुभारंभ किया गया।
प्रदर्शनी की प्रमुख विशेषताएं:प्रदेश की जल संसाधन परियोजनाएं 'जलग्रहण मिशन’, ‘नदी पुनर्जीवन अभियान’, और ‘हर घर जल’ जैसी प्रमुख योजनाओं का प्रदर्शन जल प्रबंधन, संरक्षण और सतत विकास के क्षेत्र में सरकार की प्रतिबद्धता मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा “जल ही जीवन है। प्रदर्शनी में हमारी योजनाओं को जिस प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया गया है, वह आमजन में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक होगा।
कार्य मंत्रणा समिति की बैठक:प्रदर्शनी उद्घाटन के बाद विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की स्थिति में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में सत्र के दौरान प्रस्तुत होने वाले तीन विधेयकों और एक अनुपूरक बजट सहित सभी विधायी कार्यों पर चर्चा की गई। साथ ही सत्र को व्यवस्थित और सुचारू संचालन के लिए रणनीति पर विचार-विमर्श हुआ।
मध्य प्रदेश विधानसभा का यह मानसून सत्र सरकार के लिए नीतिगत प्रस्तुतियों और विपक्ष के लिए तीखे सवालों का मंच बनकर उभर रहा है। पहले दिन का घटनाक्रम यह दर्शाता है कि यह सत्र जनहित, पारदर्शिता और जवाबदेही के सवालों पर केंद्रित रहने वाला है। जनता की निगाहें अब आने वाले दिनों में विधायी चर्चाओं और सरकार के जवाबों पर टिकी रहेंगी।