नई ‎‎दिल्ली । करदाताओं ने आयकर ‎रिटर्न भरने के मामले में रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भारत में 31 दिसंबर तक आयकर रिटर्न दाखिल करने की संख्या में रिकॉर्ड 9 फीसदी का उछाल देखा जा रहा है। ‎पिछले वर्ष 2022 के 31 दिसंबर तक दाखिल किए गए 7.51 करोड़ रिटर्न की तुलना में इस बार यह संख्या 8.18 करोड़ तक पहुंच गई। इस अवधि के दौरान कुल 1.60 करोड़ ऑडिट रिपोर्ट और अन्य फॉर्म दाखिल किए गए हैं। जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1.43 करोड़ ऑडिट रिपोर्ट और फॉर्म दाखिल किए गए थे। 31 दिसंबर अपडेटेड रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख थी। इस तारीख तक करदाता स्वयं या आयकर विभाग द्वारा चिह्नित किसी भी जानकारी में सुधार कर सकते थे। साथ ही ‎विलंब शुल्क के साथ बिलेटेड आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख भी 31 दिसंबर थी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा ‎कि यह बहुत अच्छी बात है ‎कि बड़ी संख्या में करदाताओं ने अपने एनुअल इन्फॉर्मेशन स्टेटमेंट (एआईएस) और टैक्सपेयर इन्फॉर्मेशन समरी (टीआईएस) को देखकर अपने वित्तीय लेनदेन के डेटा की तुलना की। इस वित्त वर्ष के दौरान आयकर विभाग ने एक डिजिटल ई-भुगतान कर भुगतान प्रणाली शुरू की है, जो ई-भुगतान के लिए यूजर-फ्रेंडली विकल्प जैसे इंटरनेट बैंकिंग, एनईएफटी,  डेबिट कार्ड, भुगतान गेटवे और यूपीआई को सक्षम बनाता है।