तहरान। रूस में चुनाव के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की परेशानी बढ़ गई है। जहां लगातार यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध में ईरान – रूस की मिसाइल, ड्रोन, हवाई बम भेज कर बड़ी मदद कर रहा था, अब उस पर रोक लगती दिखाई दे रही है। अब जी 7 समूह ने ईरान को चेतावनी दी है। जी 7 समूह ने ईरान को संदेश दिया है कि रूस को मिसाइल न भेजें अगर उसने ऐसा किया तो उसको सख्त परिणाम भुगतने होंगे। जी 7 देशों ने शुक्रवार को ईरान को चेतावनी दी और कहा कि अगर ईरान ने करीबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल रूस को भेजी तो उसको दंड का सामना करना पड़ेगा। रूस और यूक्रेन के बीच दो साल से चल रहे युद्ध में ईरान – रूस को मिसाइल भेज रहा है। जिस पर जी 7 देशों का गुस्सा फुटा है। जी 7 देशों ने कहा कि अगर ईरान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो यूरोप जाने वाली ईरान की एयर फ्लाइट तक पर भी बैन लगा दिया जाएगा।
वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा, जी7 ईरान की यूरोप में फ्लाइट पर बैन लगा देगा। बता दें, ईरान एयर यात्रियों को ईरान से यूरोप के कई शहरों तक ले जाती है। जी 7 इस उड़ान पर ही बैन लगा देंगे। अधिकारी ने कहा कि हालांकि संयुक्त राज्य अमेरिका इस बात की पुष्टि नहीं कर सका है कि मिसाइल पहले ही रूस को भेजी जा चुकी है या नहीं। ईरान पर बात करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि यह यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका के कई देशों के बीच बातचीत का मुद्दा रहा है। जी7 के बयान में कहा गया है कि रूस को ईरानी मिसाइलें भेजना रूस को यूक्रेन पर हमला करने में मदद करेगा। ईरान द्वारा कुछ मिसाइलों, ड्रोनों और अन्य प्रौद्योगिकियों के निर्यात पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंध अक्टूबर में समाप्त हो गए है। हालांकि, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ ने ईरान को मिडिल ईस्ट और रूस में अपने प्रतिनिधियों को हथियारों के निर्यात पर साथ ही बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर प्रतिबंध बरकरार रखा। क्योंकि ईरान की तरफ से भेजी जा रही बैलिस्टिक मिसाइलें रूस के लिए यूक्रेन में युद्ध में इस्तेमाल करने के लिए एक शक्तिशाली नया हथियार होंगी। संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा है कि ईरान ने पहले ही रूस को ड्रोन, निर्देशित हवाई बम और तोपखाना गोला-बारूद भेजा है।