उज्जैन  ।   उज्जैन पहुंचे राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आपकी खून पसीने की कमाई केंद्र सरकार किस तरह से खर्च कर रही है, इसकी जानकारी शायद आपको नहीं है। केंद्र सरकार ने मजदूर वर्ग के लिए जारी मनरेगा योजना को बंद कर दिया है, जिसे चलाने में प्रतिवर्ष 65,000 करोड़ रुपए का खर्च आता था, लेकिन सरकार के पास देश के उन 20 उद्योगपतियों का करोड़ों रुपया कर्ज माफ करने के लिए रुपया है जो की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास हैं। भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर उज्जैन आए कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने देवास गेट चौराहे पर एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आपको तो पता भी नहीं होगा, लेकिन नरेंद्र मोदी जी ने  देश के ऐसे 20 उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया है, जिससे कि मनरेगा जैसी योजना 25 सालों तक चलाई जा सकती थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में पिछड़ा, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक वर्ग के करीब 90% लोग हैं। आपको देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के मैनेजमेंट में एक भी पिछड़ा, दलित और आदिवासी वर्ग का व्यक्ति नहीं मिलेगा। ये सामाजिक अन्याय है, जो देश की लगभग हर संस्था में हो रहा है। ऐसे में कांग्रेस इस वर्ग के कल्याण के लिए विशेष योजना बनाएगी। 

गोकुल को लगाया गले, पूछा कैसे हो

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आमसभा के दौरान भीड़ में खड़े गोकुल से बात की और उन्हें अपनी गाड़ी पर बुलाकर पूछा कि भाई तुम्हारे हाथ में क्या हो गया। गोकुल ने बताया कि उसका हाथ मशीन में आने से खराब हो गया है। उसकी मदद ना तो सरकार ने की और ना ही किसी अन्य व्यक्ति ने की, गोकुल की यह बात सुनकर राहुल गांधी ने उन्हें अपने गले लगा लिया। 

दो बालिकाओं से भी बात की

इस दौरान राहुल गांधी ने दो बालिकाओं से भी बात की। इन दोनों ही बालिकाओं से बात करने के दौरान राहुल गांधी ने जनता को यह समझाने का प्रयास किया कि केंद्र सरकार ने किस तरीके से जीएसटी लागू कर व्यापारियों की मुसीबतें बढ़ा दी है और बैंकों में आम जनता की बजाय सिर्फ और सिर्फ उद्योगपतियों को ही लोन दिए जा रहे हैं। 

किसान अशोक के मन की भी सुनी बात

सभा के दौरान राहुल गांधी ने हाथों में गेहूं लेकर पहुंचे किसान अशोक जाट की बात भी सुनी। अशोक का दर्द था कि भाजपा सरकार ने इस बार गेहूं 2700 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने का वादा किया था, लेकिन वर्तमान में वादा खिलाफी कर गेहूं  2200 रुपये प्रति क्विंटल खरीदे जा रहे हैं