बीआरएस नेता के. कविता को 9 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। दिल्ली एक्साइज पॉलिसी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत के. कविता को 15 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। इस गिरफ्तारी को कविता ने राजनीतिक षड़यंत्र बताया है। दिल्ली अदालत में पेश होने से पहले के. कविता ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि एक आरोपी भाजपा में शामिल हो गया है। 

मीडिया से बात करते हुए कविता ने कहा, यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला नहीं है। यह राजनीतिक लॉन्ड्रिंग मामला है। एक आरोपी भाजपा में शामिल हो गया है। दूसरे आरोपी को भाजपा की तरफ से चुनाव टिकट दिया जा रहा है और तीसरे आरोपी ने चुनावी बॉन्ड में 50 करोड़ रुपये दिए। यह एक झूठा मामला है। हम यहां से बेदाग निकलेंगे "जय तेलंगाना!"।

के. कविता को मंगलवार की सुबह 11:30 बजे अदालत के समक्ष पेश किया गया। इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी थी। अदालत के परिसर के आसपास बड़ी संख्या में पार्टी के समर्थक मौजूद थे। अदालत की कार्यवाही करीबन आधे घंटे तक चली, जिसके बाद अदालत ने बीआरएस नेता को 15 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इसके बाद अदालत के भीतर ही उन्हें अपने परिवार से मिलने की अनुमति दी गई।

क्या हैं के. कविता पर आरोप

के. कविता पर आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं के साथ मिलकर कथित तौर पर साजिश रचने का आरोप है, जिसके तहत दिल्ली शराब नीति में फायदा पाने के लिए आप नेताओं को करीब 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। के. कविता को कथित दक्षिण लॉबी का हिस्सा बताया जा रहा है। दिल्ली शराब नीति मामले में ईडी अब तक देशभर में 245 ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। इस मामले में अबतक मनीष सिसोदिया, संजय सिन्हा और विजय नायर समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस बीच बीआरएस एमएलसी के. कविता का परिवार उनसे मिलने के लिए ईडी कार्यालय पहुंचा। 16 मार्च को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में बीआरएस एमएलसी के कविता की 23 मार्च तक ईडी को कस्टडी रिमांड दे दी थी।