मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच लगातार बयानबाजी
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भले ही अभी कई महीने बाकी हों, लेकिन समय जैसे-जैसे करीब आ रहा है, नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच लगातार बयानबाजी हो रही है। दोनों जनता से किए वादों को लेकर एक-दूसरे को घेर रहे हैं। CM शिवराज ने लगातार दूसरे दिन कमलनाथ से उनके 15 महीने के कार्यकाल का जवाब मांगा।
भोपाल में CM ने कांग्रेस के वचन पत्र में दूध उत्पादकों को बोनस देने के वचन को पूरा न करने पर कमलनाथ को घेरा। शिवराज ने कहा- आपने वादे के मुताबिक दुग्ध उत्पादकों को बोनस दिया क्या? इसके जवाब में कमलनाथ ने भी ट्वीट कर लिखा- 'नारी शक्ति संकल्प पत्र' के बारे में क्या आप जनता के सामने तथ्य रखेंगे। या फिर दूध पर किए इस वादे का भी आपने दही कर दिया?
CM ने शनिवार को उज्जैन में भी कहा था कि मैं कमलनाथ से उनके कार्यकाल को लेकर सवाल जरूर पूछूंगा, उन्होंने जो वादे किए थे, वे क्यों पूरे नहीं किए? CM के इस बयान पर कमलनाथ ने भी पलटवार किया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि प्रदेश की जनता आपको कुर्सी से हटाकर सवाल पूछेगी। आप उसी की नेट प्रैक्टिस कर रहे हैं।
शिवराज ने पूछे सवाल
कमलनाथ तुम यह बताओ कि वादे पूरे क्यों नहीं हुए?
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा- कल मैंने कमलनाथ से सवाल पूछा था, तो वह बौखला गए और कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री कहीं सवाल पूछता है क्या? तुम जनता को भ्रमित करते रहो, झूठ बोलते रहो और हम तुमसे पूछे भी नहीं। तू इधर-उधर की बात न कर, यह बता कि काफिला क्यों लुटा? कमलनाथ तुम यह बताओ कि वादे पूरे क्यों नहीं हुए?
कल मैंने पूछा था कि कांग्रेस ने 2018 में किसानों को वचन दिया था गेहूं, चना, सरसों से लेकर सब फसलों पर बोनस देंगे। एक धेला नहीं दिया, फिर भरमाने निकले हैं। आपको जवाब देना पड़ेगा। पहले किए वादे पूरे क्यों नहीं हुए? बोनस नहीं दिया, इसका जवाब दो।
CM ने आगे कहा- आज फिर दूसरा सवाल पूछ रहा हूं। हम पूछेंगे, आपने 2018 के वचन पत्र में कहा था दूध उत्पादक किसानों को दुग्ध संघ के जरिए 5 रु. प्रति लीटर का बोनस देंगे। सवा साल में एक धेला भी दिया क्या? सवाल हम पूछेंगे, जवाब तुम्हें देना पड़ेगा, जनता जवाब चाहती है।
कमलनाथ का जवाब
गाल बजाना बंद कीजिए और हाथ चलाना शुरू कीजिए...
CM के सवाल पर पूर्व CM कमलनाथ ने रविवार को भी ट्वीट कर जवाब दिया। ट्वीट में उन्होंने लिखा- मध्यप्रदेश में कोई भी विकास कार्य न करने की शपथ ले चुके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मैं यह पूछना चाहता हूं कि आपने भाजपा के 'नारी शक्ति संकल्प पत्र' में कृषि उपज, दूध के प्राथमिक प्रसंस्करण के लिए महिला स्वयं सहायता समूह और FPO को 20 लाख रुपए तक का दीर्घकालिक ब्याज मुक्त ऋण देने का वादा किया था। क्या आप जनता के सामने तथ्य रखकर बताएंगे कि इस घोषणा पर क्या प्रगति हुई? या फिर दूध पर किए इस वादे का भी आपने दही कर दिया?
मैं आपसे पुनः निवेदन करता हूं कि मुख्यमंत्री पद की गरिमा को पहचानिए। गाल बजाना बंद कीजिए और हाथ चलाना शुरू कीजिए। जो कुछ महीने आपकी खरीद-फरोख्त की सत्ता के बचे हैं, उसमें एकाध काम तो जनकल्याण का कर दीजिए।