बिलासपुर । कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने मुंगेली नाका मैदान बिलासपुर में नाबार्ड द्वारा आयोजित तीन दिवसीय एफपीओ मेले का फीता काटकर शुभारंभ किया। इस मेले के जरिए प्रदेश भर के किसान अपने उत्पादों के विक्रय तथा विपणन से संबंधित जानकारी हासिल कर सकेंगे और नई तकनीक की जानकारी हासिल कर अपने उत्पादों में मूल्य वर्धन कर तथा नए एफपीओ बनाकर अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। एफपीओ अर्थात किसान उत्पादक संगठन छोटी जोत आधारित कृषि को एक व्यवहारिक कृषि व्यवसाय में बदलने और विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों की शुद्ध आय बढ़ाने के लिए एक प्रभावशाली तंत्र के रूप में उभर रहा है। छत्तीसगढ़ में खाद्य उत्पादन के क्षेत्र में 57 एफपीओ खाद्यान्न, फलों, सब्जियों और मसालो के उत्पादन जैसे विभिन्न गतिविधियों में लगे हुए हैं। एफपीओ की संख्या और बढ़ाई जा सके तथा इनके जरिए राज्य भर के किसान कृषि को फायदेमंद बना सके इसलिए नाबार्ड द्वारा तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसमें राज्य भर के लगभग 50 एफपीओ अपने उत्पादों के साथ हिस्सा ले रहे हैं। एफपीओ मेले का अवलोकन करते हुए अवनीश शरण ने कहा कि नाबार्ड के सहयोग से एफपीओ का काम बहुत अच्छा चल रहा है। कृषि आज की आवश्यकता और आजीविका वर्धन का बहुत सशक्त माध्यम है। मेले में बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, बिलासपुर के स्टॉल का अवलोकन अवसर पर अधिष्ठाता डॉ. आर.के.एस. तिवारी ने कलेक्टर महोदय का स्वागत इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय,रायपुर द्वारा तैयार किए गए अर्बन किचन गार्डन किट भेंट कर किया। डॉ. तिवारी ने कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, बिलासपुर में विकसित धान, गेहूं एवं अन्य फसलों की उन्नतशील किस्मो के बीजों से कलेक्टर महोदय को अवगत कराया एवं राज्य जैव नियंत्रण प्रयोगशाला में उत्पादित जैव उत्पाद, जैव उर्वरक एवं जैव कीटनाशी की जानकारी दी। कलेक्टर अवनीश शरण ने केंद्र में किए जा रहे अनुसंधान कार्यों की प्रशंसा की । इस अवसर पर नाबार्ड के महाप्रबंधक डॉ.ज्ञानेंद्रमणि, डीडीएम नाबार्ड अशोक साहू एवं कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र,बिलासपुर के प्राध्यापक, वैज्ञानिक एवं कर्मचारी गण उपस्थित थे।