गोरखपुर जिले के दक्षिणांचल को रेल सेवा से जोड़ने वाली सहजनवां-दोहरीघाट रेल लाइन का निर्माण जनवरी में शुरू होने की संभावना है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद अब रेलवे प्रशासन ने निर्माण कार्य के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह रेल लाइन गोरखपुर-वाराणसी के बीच एक नया विकल्प भी बनेगी।

करीब 81 किलोमीटर लंबी सहजनवां-दोहरीघाट रेल लाइन दो जिलों गोरखपुर और मऊ के 111 गांवों से होकर गुजरेगी। इसमें से 104 गांव गोरखपुर के सहजनवां, खजनी, बांसगांव व गोला तहसीलों के हैं। सहजनवां से दोहरीघाट के बीच बनने वाली रेल लाइन पर करीब 1320 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस पर सरयू नदी पर 1100 मीटर लंबे पुल समेत 10 बड़े पुल, 47 छोटे पुल एवं 15 अंडरपास बनाए जाएंगे। इसके अलावा दो रेलवे ओवरब्रिज भी बनेंगे।

इन 12 जगहों पर बनेंगे स्टेशन

सहजनवां, पिपरौली, खजनी, उनवल, बैदौली बाबू, बांसगांव, उरुवा बाजार, बनवारपार, गोला बाजार, भरौती, बड़हलगंज और दोहरीघाट स्टेशन होंगे। इनमें सहजनवां पहले से ही गोरखपुर-लखनऊ रूट का प्रमुख स्टेशन है। अभी गोरखपुर से वाराणसी के लिए जाने वाली ट्रेन देवरिया-भटनी के रास्ते जाते हैं। नई लाइन बिछने के बाद गोरखपुर से सहजनवां-दोहरीघाट के रास्ते भी ट्रेनें गोरखपुर से वाराणसी तक जाने लगेंगी। इससे एक तो जिले के दक्षिणी हिस्से में ट्रेनों का संचालन शुरू होगा, दूसरे गोरखपुर-वाराणसी रूट के लिए विकल्प भी बन जाएगा।

सहजनवां-दोहरीघाट नई रेल लाइन को चार साल में बिछा देने का लक्ष्य तैयार किया गया है। यह प्रोजेक्ट तीन चरणों में पूरा कराया जाएगा। पहले चरण में 2024 तक सहजनवां से बैदौली तक 27 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाने का लक्ष्य तैयार किया गया है। दूसरे फेज में मार्च 2025 तक बैदौली से गोला बाजार तक 29 किलोमीटर रेल लाइन बिछाई जाएगी।

सीपीआरओ पूर्वाेत्तर रेलवे पंकज कुमार सिंह ने कहा कि सहजनवां-दोहरीघाट नई रेल लाइन रूट पर महत्वपूर्ण पुल (घाघरा नदी) एवं अन्य कार्यों के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस प्रोजेक्ट को विशेष प्रोजेक्ट का दर्जा देकर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है।