वाशिंगटन । किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया के पहले जासूसी उपग्रह को असेंबल करने वाली सुविधा का दौरा किया। इसके साथ ही उन्होंने यह संकेत दिया कि देश जल्द ही लगभग सात वर्षों में अपना पहला अंतरिक्ष रॉकेट लांच कर सकता है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि किम ने ‘सैन्य टोही उपग्रह नंबर 1 जो लोड होने के लिए तैयार है’ का निरीक्षण अपनी बेटी के साथ किया। 
रिपोर्ट के अनुसार डिवाइस को एशिया में अमेरिकी सेना और उनके सहयोगियों की निगरानी के लिए डिजाइन किया गया है। किम जोंग उन ने जासूसी उपग्रह की आवश्यकता पर जोर दिया। ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि ‘अमेरिकी साम्राज्यवादी और दक्षिण कोरियाई कठपुतली खलनायक डीपीआरके के खिलाफ अपने टकराव की चालों को बढ़ा रहे हैं। 
बता दें कि उत्तर कोरिया को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण करने से रोक दिया गया है, लेकिन प्योंगयांग ने लंबे समय से दावा किया है कि वह उपग्रह प्रक्षेपण के लिए नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम का हकदार है। वहीं अमेरिका और उसके सहयोगियों ने चेतावनी दी है कि उत्तर कोरिया के अंतरिक्ष कार्यक्रम से प्राप्त तकनीक का इस्तेमाल उसकी बैलिस्टिक मिसाइलों को आगे बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। 
जबकि संभावित लॉन्च के लिए कोई तारीख नहीं दी गई, उत्तर कोरिया 24 मई को अपने होमग्रोन नूरी अंतरिक्ष रॉकेट के लांच से पहले दक्षिण कोरिया को पछाड़ने की कोशिश कर सकता है।