हिन्दू धर्म में वास्तु शास्त्र को विशेष महत्व दिया गया है. वास्तु शास्त्र में घर से जुड़ी चीज़ों को रखने की सही दिशाएं बताई गई हैं. घर की चीज़ों को वास्तु के अनुसार रखने से इंसान का जीवन सुखमय बनता है. घर में पानी के मटके को सही दिशा में न रखा जाए, तो इंसान अपने जीवन में नकारात्मक ऊर्जा से घिर जाता है. पानी के स्थान को सही दिशा में रखें, तो घर में ख़ुशहाली आती है. तो चलिए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पानी रखने की दिशा क्या होनी चाहिए.

इस दिशा में बनाएं जल स्थान
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर में जल का स्थान हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा अर्थात ईशान कोण में होना चाहिए. ईशान कोण बृहस्पति देव की दिशा होती है. इस दिशा में जल स्थान बनाने से बच्चों के भौतिक विकास में मदद मिलती है. इसके इलावा करियर में ग्रोथ भी प्राप्त होती है.

मटकी से जुड़े वास्तु नियम
-वास्तु शास्त्र मानता है कि घर में मटका रखने से धन की देवी मां लक्ष्मी का वास घर में होता है. ऐसा होने से ही घर के सदस्यों को धन लाभ मिलता है. घर में रखे मटके को सदैव पानी से भरकर रखना चाहिए.

-वास्तु के अनुसार घर की उत्तर दिशा में देवी-देवताओं का वास माना गया है. यदि इस दिशा में मटके को सदैव पानी से भरकर रखा जाए, तो इससे देवी-देवता प्रसन्न होते हैं, और घर में सुख समृद्धि आती है.

-इसका रखें ध्यान
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आप घर के अंदर जल रख रहे हैं. तो इसको ढकने के लिए प्लास्टिक के ढक्कन या प्लास्टिक की प्लेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. आप मिट्टी के ढक्कन का उपयोग करें. ऐसा करने से आप को लाभ मिलेगा.