लखनऊ | एसटीएफ ने बुधवार को एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो बिटक्वॉइन से भुगतान कराने के बाद देश-विदेश में नशीली व प्रतिबंधित दवाएं बेचता था। एसटीएफ ने गिरोह के सरगना बिजनौर निवासी शहबाज को उसके पांच साथियों के साथ आलमबाग इलाके से पकड़ा है।यह गिरोह डार्कवेव से खरीदारों का डाटा जुटाता था।फिर ये दवाएं बेचने के लिए संपर्क करता था।गिरोह के पास से तीन लग्जरी गाड़ियां और प्रतिबंधित दवाएं भी मिली हैं। सभी आरोपी लखनऊ के हैं।एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक सिंह के मुताबिक, आरोपियों की पहचान बाजारखाला निवासी आरिज एजाज, आलमबाग निवासी गौतम लामा, गोसाईंगंज-अमेठी निवासी शारिब एजाज, बिजनौर निवासी जावेद खान और ऐशबाग निवासी सऊद अली के रूप में हुई।सूचना मिली थी कि लखनऊ में कुछ लोग नशीली दवाओं की ऑनलाइन बिक्री कर रहे हैं। इसके लिए चंदरनगर में किराये के मकान में रहकर कॉल सेंटर चला रहे हैं। इसके बाद एसटीएफ  के इंस्पेक्टर हेमंत भूषण सिंह, सब इंस्पेक्टर तेज बहादुर सिंह, एफएसडीए के सहायक आयुक्त, औषधि बृजेश कुमार सिंह, औषधि निरीक्षक माधुरी सिंह समेत टीम चंदरनगर पहुंची और शहबाज को दबोच लिया।