नई दिल्ली  । देश की सॉफ्टवेयर सिटी के नाम से मशहूर बेंगलुरु में भारी ट्रेफिक से लोग परेशान है। इस शहर के लोग अब भारी ट्रैफिक जाम के चलते अपनी कार नहीं निकाल रहे हैं। कार से अपने ऑफिस या काम पर जाने वाले लोग अब मेट्रो जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं। 
हाल ही में बेंगलुरु महानगर में हुए एक ट्रैफिक सर्वे में कुछ चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि बेंगलुरु महानगर में ट्रैफिक की स्थिति कितनी गंभीर है। रिपोर्ट के अनुसार बेंगलुरु में एक कार चालक को अपने गंतव्य तक पहुंचने में औसतन 1.30 घंटे लगते हैं, वहीं एक बाइक चालक हर दिन 1 घंटे ट्रैफिक में फंसा रहता है।इस सर्वे में कार चलाने वाले 95 फीसदी लोगों ने कहा कि वे हर दिन में ट्रैफिक में फंसने की झंझट से बचने के लिए मेट्रो सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे ट्रैफिक के चलते कभी-कभार ही अपनी कार निकालते हैं। मेट्रो एक कार की तुलना में 50 फीसदी तक समय की बचत करता है। इस सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने कहा कि ट्रैफिक जाम के चलते वे ऑफिस देर से पहुंच रहे हैं जिससे काम करने की क्षमता प्रभावित हो रही है।
सर्वे में शामिल 58 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे अपने निजी वाहन से काम पर जाते हैं। वहीं 17 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे ऑफिस जाने-आने के लिए बस और मेट्रो का इस्तेमाल कर रहे हैं। कार चलाने वाले लोगों ने कहा कि मेट्रो के इस्तेमाल से न केवल समय की बचत की जा सकती है बल्कि हर महीने हजारों रुपये का ईंधन भी बचाया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक बेंगलुरु में एक व्यक्ति हर दिन काम के सिलसिले में 10 किलोमीटर का सफर करता है। बेंगलुरु मेट्रो 13 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। मेट्रो की सुविधा से हर दिन हजारों लोग ट्रैफिक से बचते हुए काम पर जा रहे हैं।