रायपुर ।   छत्‍तीसगढ़ समेत पूरे देश में धूमधाम से ईद मनाई जा रही है। सुबह मस्जिदों में ईद की नमाज पढ़ी गई। लोग एक-दूसरे को मुबारकबाद दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ के सभी मस्जिदों और ईदगाहों में आज नमाज अदा की गई।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ईदगाह पहुंचकर ईद की बधाई दी है। लोगों से गले मिलकर उन्हें शांति और सौहार्द्र के इस पर्व की शुभकामनाएं दी है। इस मौके पर उन्‍होंने कहा, आपसी भाई-चारे, सौहार्द्र और अमन के त्यौहार ‘ईद-उल-फितर’ की प्रदेशवासियों को मुबारकबाद। यह त्यौहार ऊंच-नीच, छोटे-बडे़ का भेदभाव भुलाकर परस्पर प्रेम, भाईचारा और सौहार्द्र बढ़ाने का पैगाम देता है। हम सब इस अवसर पर प्रदेश की तरक्की, खुशहाली और अमन-चैन की दुआ करते हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा रायपुर महापौर एजाज ढेबर, विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक कुलदीप जुनेजा, निगम सभापति प्रमोद दुबे सहित कई लोग भी ईदगाह पहुंचकर लोगों को शुभकामनाएं दी है। शहर-ए-काजी मौलाना मोहम्मद अली फारूकी ने बताया कि रमजान के पवित्र महीने में 29वें रोजे पर यदि चांद दिखाई देता है तो 30 वें दिन ईद मनाने का रिवाज है। चूंकि चांद का दीदार हो गया इसलिए शनिवार को ईद मनाएंगे। राजधानी में 50 से अधिक मस्जिदों में ईद की विशेष नमाज होगी। सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक अलग-अलग मस्जिदों में प्रत्येक 15 से 30 मिनट के अंतराल पर नमाज होगी। मुख्य नमाज लाखेनगर स्थित ईदगाहभाठा मैदान में होगी।

फिकरा निकाल फर्ज अदा करें

मौलाना फारूकी ने कहा कि ईद पर फिकरा निकालना प्रत्येक व्यक्ति का फर्ज है। फिकरा में एक व्यक्ति पर कम से कम दो किलो 200 ग्राम गेहूं या इसकी कीमत गरीब बच्चों के लिए देनी होती है। यदि कोई गेहूं न दे तो उसकी कीमत मदरसा में अदा कर सकता है। एक परिवार में जितने भी सदस्य हों, प्रत्येक सदस्य को फिकरा अवश्य देना चाहिए।

युवतियों ने रचाई मेहंदी

ईद से पहले हाथों में मेहंदी रचाने के लिए पार्लरों में भीड़ लगी रही। रात्रि में इत्र, टोपी, सेवइयां, नए वस्त्र खरीदने के लिए दुकानों पर ग्राहक उमड़े।