नई दिल्ली । जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान ‎विदेशी मेहमानों को सोने- चांदी के बर्तनों में भोजन कराया जाएगा। इसके ‎लिए 15 हजार चांदी के बर्तनों को तैयार करवाया गया है। हालां‎कि जी-20 की सारी तैयारियां अब लगभग पूरी हो चुकी हैं। आयोजन स्थल भारत मंडपम के साथ-साथ दिल्ली के अलग-अलग होटलों के शेफ ने भी अपना मेन्यू तैयार कर लिया है। खास बात यह है कि इन विदेशी मेहमानों को रात का खाना चांदी के बर्तनों में परोसा जाएगा। इसके लिए 15000 चांदी के बर्तनों का सेट तैयार किया गया है। जयपुर में आईआरआईएस मेटल वेयर कंपनी के 200 कारीगरों ने दिन-रात मेहनत कर यह सेट तैयार किया है। यह सेट दिल्ली के अलग-अलग होटलों में भेजा गया है। इसमें 160 किलो चांदी के अलावा ब्रास और स्टील का भी प्रयोग किया गया है। खास बात यह है कि इस डिनर सेट के साल्ट ट्रे पर अशोक चक्र का चित्र भी अंकित किया गया है। बर्तन तैयार करने वाली कंपनी का दावा है कि थालियों, कटोरियों, चम्मचों पर भारतीय संस्कृति की झलक नजर आएगी।
गौरतलब है कि 8 से 10 सितंबर तक विदेशी मेहमानों के लिए प्रगति मैदान के भारत मंडपम में ही डिनर आयोजित होगा। आईआरआईएस प्रणाली के इन बर्तनों का डिजाइन राजीव पाबुवाल और लक्ष्य पाबुवाल ने तैयार किया है। इसकी थीम ‘फ्यूजन इलिगेंस’ है, जो कलात्मकता का संगम और भारत की विविधता में एकता की झांकी दर्शाती है। आईआरआईएस ने कहा है कि हम भारत की संस्कृति, कला और आतिथ्य की सहानुभूति को अपनाते हैं। विदेशी मेहमानों के रात के भोजन के लिए तैयार किए गए चांदी के इन बर्तनों पर फूलों के डिजाइन से लेकर अशोक चक्र चिन्हों को दर्शाया गया है। बर्तनों पर बनी डिजाइनों में अर्ध-मशीनीकृत हस्त शिल्प कला को भी दर्शाया गया है।
इस डिनर सेट को तैयार करने के लिए कंपनी ने कर्नाटक, बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड के 200 कारीगरों को लगाया गया था। कंपनी के प्रबंध निदेश राजीव पाबुवाल के मुताबिक एक-एक बर्तन को तैयार करने में भारतीय संस्कृति का विशेष ख्याल रखा गया है। हर डिजाइन के पीछे एक सोच है। इन बर्तनों में भारत की विविधता की झलक आपको नजर आएगी। हमने इस पूरे डिनर सेट को फ्यूजन एलिगेंस नाम दिया है। चांदी के बर्तन में खाना परोसना शुभ माना जाता है। खासकर भारतीय संस्कृति में व्रत-त्योहार हों या शादी सभी शुभ कामों में चांदी का इस्तेमाल होता है। इसके साथ ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी चांदी का विशेष महत्व है।