इंदौर ।   जिले के शहरी और ग्रामीण पोलिंग बूथों पर तैनात अधिकारी और कर्मचारी मतदान खत्म कर नेहरू स्टेडियम पहुंचे भी नहीं थे कि उनके बैंक खाते में राशि जमा होने का मैसेज आया। यह देखकर सभी आश्चर्य में पड़ गए। बाद में जानकारी मिली कि चुनाव संपन्न कराने के भत्ते हैं, तो सभी की प्रसन्नता अलग ही झलक रही थी। यह पहली बार था जब अधिकारी और कर्मचारियों को मतदान खत्म होते ही भत्तों का भुगतान कर दिया गया। हालांकि कुछ लोगों को राशि नहीं मिली वह मायूस दिखे।

निर्वाचन ड्यूटी खत्म कर आए तो, खाते में राशि आने का मैसेज देख चौंके कर्मचारी

निर्वाचन के इतिहास में पहली बार इंदौर में मतदान के दिन ही निर्वाचनकर्मियों को उनके मानदेय का भुगतान कर दिया गया है। कलेक्टर डॉक्टर इलैया राजा टी की जुदा कार्यशैली और संवेदनशीलता के कारण यह संभव हो सका है। विधानसभा निर्वाचन में लगे विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों को शुक्रवार को मानदेय का भुगतान कर दिया गया है।

जहां पहले मतदान समाप्त होने के कई महीनों बाद मानदेय मिलता था, वहीं संभवत यह पहली बार है कि निर्वाचन में अपनी सेवाएं देने वाले अधिकारी कर्मचारियों को मतदान दिवस पर ही मानदेय का भुगतान प्राप्त हो गया है। ट्रेजरी ऑफिसर ने बताया कि इंदौर जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र में निर्वाचन कार्य के लिए नियुक्त 9,984 अधिकारी कर्मचारियों को 98 लाख 66 हजार 750 रुपये का भुगतान किया जाना है। शुक्रवार रात तक 7,15,800 रुपये का भुगतान विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को कर दिया गया है। शेष बचे अधिकारी कर्मचारी के खाते में राशि के भुगतान की कार्रवाई निरंतर जारी है।

शेष कर्मचारियों को भुगतना के निर्देश

कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी ने शेष बचे सभी अधिकारी कर्मचारियों को शीघ्र से शीघ्र मानदेय का भुगतान करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इंदौर जिले में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने पर निर्वाचन में अपनी सेवाएं देने वाले सभी अधिकारी कर्मचारियों को धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया है।