गोरखपुर । डीजीपी के कोटे से दरोगा की नौकरी दिलाने के साथ ही स्पेशल कोटे से एमबीबीएस में दाखिला कराकर डॉक्टर बनाने वाले आरपीएफ से रिटायर्ड एक दरोगा के जालसाज बेटे को एम्स थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गोरखपुर के सैनिक बिहार नंदानगर का रहने वाला भास्वर नामक यह जालसाज 3 लोगों को अपना शिकार बनाकर 50 लाख से ज्यादा की ठगी कर गुरुग्राम छिपा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। ठगी के शिकार तीनों लोग कहीं न कहीं से रिश्ते में हैं। जालसाज ने पहले एक व्यक्ति को जाल में फंसाया और बाकी अन्य एक-दूसरे से चर्चा कर खुद ही उसके जाल में फंस गए। प्रभारी एसएसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि फर्जी दस्तावेज तैयार कर पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने, एमबीबीएस में दाखिला कराने, मॉडल शाप का ठेका दिलाने व नर्सिंग में एडमिशन कराने के नाम पर जालसाजी करने के आरोपित एम्स थाना क्षेत्र के सैनिक बिहार नंदानगर निवासी भास्वर शर्मा उर्फ बिट्टू पुत्र वीरेन्द्र प्रताप शर्मा को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है। उसके ऊपर धोखाधड़ी कर गबन करने के आरोप में 2 केस दर्ज हैं जिसमें वह फरार चल रहा था।
भास्वर की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का घोषित किया गया था। एसपी सिटी ने बताया कि भास्वर के पिता आरपीएफ से रिटायर दरोगा वीरेन्द्र प्रताप शर्मा और पत्नी विभा भी मुकदमे में आरोपित हैं। पूरे गिरोह पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। देवरिया जिले के तरकुलवा बसंतपुर निवासी अजय वर्मा से उसने बेटी का नर्सिंग कालेज में एडमिशन कराने और अजय वर्मा को मॉडल शॉप का लाइसेंस दिलाने के नाम पर भास्वर शर्मा ने 9.80 लाख रुपये की जालसाजी की है। देवरिया व तरकुलवा के बसंतपुर के रहने वाले अवधेश जायसवाल को डीजीपी कोटे से दरोगा बनाने के नाम पर भास्वर ने 11 लाख रुपये रुपये की ठगी की है। कुशीनगर जिले के ग्राम व पोस्ट सिकय नंदलाल वर्मा से उनके दोनों बेटों को डॉक्टर और सब इंस्पेक्टर के रूप में सेटल करने के नाम पर भास्वर ने 30 लाख रुपये ले लिए हैं। भास्वर के पिता आरपीएफ से रिटायर दरोगा हैं। भास्वर द्वारा बनाये गए मकान की कीमत करोड़ों में है। उसने बेईमानी से अकूत सम्पत्ति अर्जित की है।