सारंगढ़-बिलाईगढ़ : कलेक्टर डॉ फरिहा आलम सिद्दीकी के निर्देशन में जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ की चिरायु टीम को लगातार सफलता मिल रही है। पिछले सप्ताह में भावेश के बाद इस सप्ताह भी चिरायु से 10 वर्षीय सीमा के हाथ की विकृति का निःशुल्क सफल ऑपरेशन हुआ है।  

  जिला मुख्यालय सारंगढ़ से दूर ग्राम झिलगिटार के प्राथमिक विद्यालय में चिरायु टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान पाया कि 10 वर्षीय बच्ची सीमा जिसके दाहिने हाथ की कोहनी 90 डिग्री के एंगल से मुड़ी हुई है जो सीधा नहीं हो रही थी, जिसे मेडिकल भाषा में कॉंट्रेक्चर ऑफ राइट एल्बो या डिस्टल ऑर्थोग्रैपोसिस ऑफ राइट एल्बो के नाम से जाना जाता है। चिरायु टीम ने इस समस्या को संज्ञान में लेते हुए तत्काल आईडी 1030752804 से रायपुर रिफर किया। 13 फरवरी 2023 को डॉ रमन श्रीवास्तव (पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक) के मार्गदर्शन में डीकेएस अस्पताल रायपुर में भर्ती कर 16 फरवरी 2023 को प्रथम बार सर्जरी/कास्टिंग की गई। कुछ दिनों बाद कास्टिंग ओपन कर सॉफ्टनेस देखा गया। ऑपरेशन के पहले बीच में 6 बार बुलाकर कास्टिंग की गई थी। दो माह के बाद में 11 अप्रैल और 15 अप्रैल 2023 को डीकेएस के पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक सर्जन के सुपरविजन में भर्ती कर एल्बो सॉफ्ट टिसू रिलीज सर्जरी पूरी की गई। बच्ची अब सामान्य बच्चों की तरह अपने हाथ को पूरी तरह से सीधा कर पाएगी और उसके जीवन में उमंग भरी खुशियां लौट के आ गई है।
        अमूमन निजी अस्पतालों में  ऐसे ऑपरेशन से लाखों रुपए खर्च हो जाते हैं किंतु छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम 'चिरायु' के तहत सीमा के हाथ का ऑपरेशन पूर्णतः निःशुल्क हुआ है। माता-पिता और परिजनों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, कलेक्टर, चिरायु  स्वास्थ्य कार्यक्रम और चिरायु टीम का प्रशंसा कर धन्यवाद दिया है। उल्लेखनीय है कि सीमा के हाथ के सफल ऑपरेशन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सारंगढ़ के बीएमओ, डीपीएम, जिला नोडल अधिकारी (चिरायु) व समस्त चिरायु टीम सारंगढ़ का अहम योगदान रहा है।