नई दिल्ली ।  झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सीएम पद छोड़ना पड़ सकता है। खनन लीज आवंटन मामले में चुनाव आयोग में सुनवाई पूरी हो चुकी है। कभी भी आयोग फैसला दे सकता है। यदि प्रतिकूल फैसला आता है तो सोरेन को अयोग्य घोषित किया जा सकता है। ऐसे में प्रदेश की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है। इसी बीच बीजेपी ने दावा किया है कि सोरेन की जगह उनकी पत्नी कल्पना को सूबे की बागडोर सौंपी जा सकती है। वहीं शनिवार को सीएम ने सत्तारूढ़ दलों के विधायकों की बैठक बुलायी है। जिसमें महागठबंधन दल के विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश की जाएगी। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि झारखंड में भाभी की ताजपोशी कराई जाएगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'झारखंड में भाभी जी के ताजपोशी की तैयारी, परिवारवादी पार्टी का बेहतरीन नुस्खा गरीब के लिए।' इससे पहले बीजेपी सांसद ने बरहेट और दुमका विधानसभा में उपचुनाव होने का दावा किया था। उन्होंने कहा था, 'झारखंड मुक्ति मोर्चा औरो कांग्रेस दिल्ली- रांची क्यों दौड़ रहा है रे भाई। हम बोले बरहेट, दुमका विधानसभा में उपचुनाव होगा तो हमको कांके भेज रहे थे? अब तो विधानसभा अध्यक्ष को कनाडा जाने से रोक दिए? इस्तीफे विकल्प है, झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना है कि सीएम ने सुखाड़ को लेकर बैठक बुलाई है। हालांकि झामुमो की राज्यसभा सदस्य महुआ माजी ने कहा कि बैठक विधायकों को एकजुट रखने को लेकर हो रही है। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का कहना है कि सभी विधायक एकजुट हैं। निलंबित तीनों विधायक भी हमारे खेमे में हैं। दूसरी ओर बीजेपी पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। सीएम सोरेन की विधायकी पर प्रतिकूल निर्णय की स्थिति में सरकार की रणनीति क्या होगी, कैसे इस परिस्थिति से निपटा जायेगा, इसे लेकर बैठक में सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। माना जा रहा है कि तमाम परिस्थितियों में एकजुटता के साथ मजबूती से मुकाबला करने की रणनीति बनाई जाएगी। इसके लिये सत्तारूढ़ विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में उनके आवास पर 11 बजे से निर्धारित है। इसमें सत्तारूढ़ दल के सभी विधायकों को मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है।