मध्य प्रदेश में पूर्व विधायक पारूल साहू की घर वापसी....
भोपाल। सागर जिले के सुरखी से कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री व पूर्व विधायक पारूल साहू की शुक्रवार को भाजपा में वापसी हो गई। पारूल ने कांग्रेस को अलविदा कहते हुए भाजपा का दामन थाम लिया। पारूल साहू ने साल 2013 में सुरखी से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और उन्हें सफलता भी हासिल हुई थी। हालांकि, 2018 में टिकट कटने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गई थीं।
कितने लोगों ने ली भाजपा की सदस्यता
पारूल साहू के अलावा कई अन्य ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इनमें छिंदवाड़ा जिला पंचायत उपाध्यक्ष अमित सक्सेना, मध्य प्रदेश पुलिस कर्मचारी संघ प्रदेश अध्यक्ष बल्लू यादव सहित करीब 500 लोग शामिल हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य पार्टी पदाधिकारियों ने अंगवस्त्र पहनाकर सभी का पार्टी में स्वागत किया।
छिंदवाड़ा कांग्रेस का गढ़ नहीं: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अति कर दी है, भगवान राम के मंदिर का विरोध करते हैं, दूसरी तरफ दुआ करते हैं। दोहरा चरित्र नहीं चलेगा। भोपाल से दिग्विजय मैदान छोड़कर राजगढ़ चले गए। वहां भी वह हार जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा,
छिंदवाड़ा कांग्रेस का गढ़ नहीं, समस्या बन गई है। यहां केवल एक ही परिवार चुनाव लड़ता रहा, लेकिन इस बार जनता ने तय कर लिया है कि बाहरी को बाहर करेंगे।
भाजपा अमिट, कांग्रेस मिटने वाली है: शिवराज
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा अमिट है और कांग्रेस मिटने वाली है। कांग्रेस की हालत ये हो गई है कि उनकी सर्वश्रेष्ठ नेत्री सोनिया गांधी ने ही मैदान छोड़ दिया। जहां इंदिरा गांधी लड़ीं, वहां से कांग्रेस के पास उम्मीदवार ही नहीं है। अमेठी में जहां राहुल बाबा चुनाव लड़ते थे, वहां ही कांग्रेस के पास उम्मीदवार नहीं है।