भोपाल । आईआईटी प्रोफेसर्स प्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को  बच्चों को पढाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रोफेसर्स विज्ञान, गणित और प्रौद्योगिकी की छोटी-छोटी क्रियाओं को सिखाएंगे, ताकि वे बच्चों को आसानी से इन्‍हें समझा सकें। सरकारी स्कूल के शिक्षकों को आसानी से सिखाने के लिए आईआईटी इंदौर के विशेषज्ञों ने सेंटर फार क्रिएटिव लर्निंग (सीसीएल) के तहत शिक्षकों के लिए 'स्टेम' (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग व गणित) कोर्स तैयार किया है। पांच से सात अगस्त तक 'स्‍टेम' के लिए चयनित सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अंतर्गत आईआईटी इंदौर द्वारा सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को गणित, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विषय के लिए दिया जाएगा। राज्य शिक्षा केंद्र ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। पहले चरण में आगर-मालवा, शाजापुर, उज्जैन, रतलाम व मंदसौर जिले के 150 से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद अन्य जिलों के शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। आईआईटी के प्रोफेसर शिक्षकों को विज्ञानी पद्धति से समझाएंगे। इसमें भूमंडलीय ऊष्मीकरण और हरित ऊर्जा, गणितीय समीकरणों का महत्व, त्रिभुज, सर्कल, चतुर्भुज बनाकर रेखागणित की बारीकियां और सूत्रों का रेखांकन आदि की जानकारी दी जाएगी। वेबलाइन (लहरों) के माध्यम से त्रिकोणमिति और इलेक्ट्रिक मोटर के साथ भौतिक विज्ञान के सिद्धांतों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा गुण, भाग, जोड़ व घटाव के तरीके अलग-अलग क्यों हैं, यह भी समझाया जाएगा। विभाग की ओर से प्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को विज्ञान एवं गणित विषयों की सैद्धांतिक समझ को बढ़ाने के उद्देय से यह आनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शाम 5.10 बजे तक आयोजित किया जाएगा। शिक्षकों को कक्षा छठवीं से आठवीं की विज्ञान एवं गणित की पाठ्यपुस्तकें भी लेकर कार्यक्रम में शामिल होना पड़ेगा। कार्यशाला के समापन के मौके पर उन्‍हें प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।  इस बार में राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एस का कहना है कि  आइआइटी के प्राध्‍यापकों द्वारा स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए कार्यशाला आयोजित की जा रही है, ताकि वे बच्चों को विज्ञान व गणित की जटिलताएं आसानी से समझा सकें।