टोरंटो। कनाडा चाहता है कि अमेरिका उसका साथ दे। इसके लिए वो प्रयास भी कर रहा है। शायद यही कारण है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि अमेरिका ने जो आरोप लगाए हैं, उन आरोपों की बात हम शुरुआत से ही करते आ रहे हैं। भारत को इस तरह के आरोपों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। अमेरिका ने आरोप लगाया है कि एक भारतीय नागरिक ने अमेरिकी धरती पर खालिस्तानी नेता की हत्या की असफल साजिश रची थी। अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से भारतीय नागरिक पर लगाए गए गंभीर आरोप के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी भारत को नसीहत दी है।
अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है कि 52 साल का एक भारतीय नागरिक जो भारत सरकार का कर्मचारी भी है। उसने उत्तरी भारत में एक अलग सिख राष्ट्र की वकालत करने वाले न्यूयार्क शहर के निवासी की हत्या की साजिश रची थी। विभाग ने पन्नू का नाम नहीं लिया है लेकिन उसका इशारा पन्नू की ओर है क्योंकि गुरवतपंत सिंह पन्नू अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क में ही रहता है। विभाग के मुताबिक, यह नागरिक (निखिल गुप्ता) सुरक्षा प्रबंधन और खुफिया सूचनाओं को देखता था। निखिल गुप्ता पर यह भी आरोप है कि उसने पन्नू की हत्या के लिए एक लाख डॉलर देने की बात कही थी। इसमें से 15 हजार डॉलर की अडवांस पेमेंट 9 जून 2023 को कर दी गई थी। लेकिन, जिस शख्स को इस काम के लिए हायर किया गया था, वह अमेरिकी एजेंसी का ही खुफिया एजेंट था। 
जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि अमेरिका ने जो आरोप लगाए हैं, उन आरोपों की बात हम शुरुआत से ही करते आ रहे हैं। हम पहले से ही कहते आ रहे हैं कि भारत को इस तरह के आरोपों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। दरअसल, अमेरिका के न्याय विभाग ने 52 साल के भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश करने के आरोप लगाए हैं। हालांकि, अमेरिकी विभाग ने पन्नू का नाम नहीं लिया है, लेकिन इशारा पन्नू की ओर ही है। पिछले सप्ताह ही ब्रिटिश अखबार एफटी ने अपनी एक रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि अमेरिका ने पन्नू की हत्या की साजिश को विफल किया था। साथ ही अमेरिका ने इस मामले में भारत को कार्रवाई करने के लिए कहा था। अमेरिका ने भारत पर यह आरोप ऐसे समय में लगाया है जब दो महीना पहले यानी सितंबर में ही कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की संसद में बोलते हुए आरोप लगाया था कि जून 2023 में हुए खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या में भारत सरकार का हाथ है। कनाडा के इन आरोपों को भारत सरकार ने बेतुका और मोटिवेटेड करार दिया था।