श्योपुर 12 मार्च रंगपंचमी का दिन,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कि श्रीमंत माधवराव सिंधिया बहुउद्देशीय परियोजना की  घोषणा और कहा कि 6 हजार 600 करोड़ की परियोजना से 5 जिलों को मिलेगा लाभ,साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि श्योपुर की धरती पर बरस रहा है विकास का रंग, श्योपुर जैसे पिछड़े जिलों की प्रगति के लिए राशि की कमी नहीं आने दी जाएगी,श्योपुर के विकास का इतिहास रचेंगे,मूंझरी वृहद सिंचाई परियोजना का शिलान्यास और चंबल सूक्ष्म सिंचाई परियोजना लोकार्पित,श्योपुर कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री तोमर और केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के साथ-साथ जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट भी उपस्थित रहे।                                                                                                                                                                                                                                                                                        केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने मध्यप्रदेश में जन-जन में विकास और विश्वास की अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा कि रंगपंचमी का दिन श्योपुर के लिए अविस्मरणीय है। जिले के विकास के लिये एक हजार करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन हुआ है। मुख्यमंत्री चौहान ने आज अन्नदाताओं को सिंचाई के क्षेत्र में 2 बड़ी सौगातें दी हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्योपुर कार्यक्रम में श्री माधव राव सिंधिया बहुउद्देशीय परियोजना की घोषणा की। यह परियोजना चम्बल नदी की सहायक नदी कूनो पर प्रस्तावित है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ,केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुमोदन और जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट के प्रयासों से  इस बहुउद्देशीय परियोजना को मुख्यमंत्री चौहान ने शुरू करने की घोषणा की।                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया की स्वर्गीय श्री माधव राव जी सिंधिया जी का सपना था की ग्वालियर -चंबल संभाग में कभी पानी की कमी न हो और सभी किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध रहे। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में सिंचाई के क्षेत्र में क्रांति आयी है। राज्य सरकार कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। आज चंबल सूक्ष्म सिंचाई योजना के लोकार्पण और मूंझरी बाँध के भूमि-पूजन से क्षेत्र के 86 गाँव को लाभ मिलेगा। सिंचाई परियोजनाओं से 119 गाँव में पेयजल व्यवस्था भी होगी। परियोजना की घोषणा से क्षेत्र के किसान और आम जनता लाभान्वित होंगे। इसके साथ ही पीने का पानी भी गांवों के लोगो को उपलब्ध होगा। इस परियोजना में कूनो अभ्यारण के ऊपरी तरफ 5 बांधों का निर्माण तथा एक बांध नीचे की तरफ निर्माण कराना प्रस्तावित किया गया है।                                                                                                                                                                                                                                                      जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि सर्वेक्षण कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा डी.पी.आर. को तीन भागों में बनवाया जा रहा है।इस परियोजना के भाग- I की डी. पी. आर. लगभग 2001 करोड़ की तैयार कर मंत्रालय भोपाल में प्रस्तुत की जा चुकी है। परियोजना की प्रथम भाग की डी.पी.आर. में चार बांधों जिनकी जल भण्डारन क्षमता 213 mem है का निर्माण कर लगभग 74300 हैक्टर क्षेत्र में सूक्ष्म सिंचाई पद्धति से गुना जिला में बम्होरी तहसील, शिवपुरी जिला की कोलारस एवं शिवपुरी तहसील में सिंचाई प्रस्तावित है । परियोजना के भाग- II में एक बांध 352 mem का प्रस्तावित है जिससे शिवपुरी जिला की पोहरी तहसील, ग्वालियर जिला की भितरवार तहसील तथा श्योपुर जिला की विजयपुर तहसील में लगभग 1 लाख हे. क्षेत्र में सिंचाई सूक्ष्म सिंचाई पद्धति से करना प्रस्तावित है। परियोजना के भाग- III में कूनो अभ्यारण के बाद ग्राम श्यामपुर में स्थित है। श्योपुर पर 114 mem का एक बांध प्रस्तावित है। जिससे 27500 हे. जिला श्योपुर की विजयपुर तहसील तथा मुरैना की सबलगढ़ तथा जौरा तहसील में सूक्ष्म सिंचाई पद्धति से सिंचाई उपलब्ध करायी जावेगी । इस परियोजना से अटल प्रोगेस वे पर प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्र के लिये पानी की आपूर्ति करायी जावेगी । इस परियोजना की कुल लागत रू. 6601 करोड़ आंकलित की गयी है।                                                                                                                                                                                                                    अरुण राठौर/बीके इंजी.नरेश बाथम