राजस्थान-आबू रोड/ब्रह्माकुमारीज के मुख्यालय माउंट आबू शांतिवन में पीएम मोदी की गूंज
ब्रह्माकुमारीज के मुख्यालय माउंट आबू शांतिवन में मोदी-मोदी की गूंज, पीएम ने कहा- मुझे यहां नई आध्यात्मिक अनुभूति होती है। मोदी बोले- आज ब्रह्माकुमारीज जन आंदोलन बन गया है, आपने राष्ट्र निर्माण में अपने योगदान से मेरे विश्वास को कई गुना कर दिया है। सम्मेलन में देशभर से 15 हजार से अधिक ब्रह्माकुमारी बहने और ब्रह्माकुमार भाई मौजूद रहे। पीएम ने कहा मैं जब भी ब्रह्माकुमारीज में आता हूं तो आपके बीच एक नई आध्यात्मिक अनुभूति होती है। परमपिता परमात्मा के आशीर्वाद और दादियों के स्नेह में लगातार वृद्धि होती जाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैंने देश के लिए आपसे जो अपेक्षा की है, उसमें आपने अपने प्रयासों से ज्यादा कर दिखाया है। मेरे विश्वास को कई गुना कर दिया है। ब्रह्माकुमारीज द्वारा सामाजिक कल्याण के लिए कई अभियान चलाए जा रहे हैं। स्वच्छता अभियान में दादी जानकीजी ने स्वच्छता ब्रांड एंबेसेडर के रूप में और बहनों ने कमान संभालकर लोगों को प्रेरित किया है। मोदी बोले एक जन आंदोलन बन गया है ब्रह्माकुमारीज। पीएम मोदी ब्रह्माकुमारीज में आए और इस संस्था की खूब सराहना की। उन्होंने कहा कि कैसे एक संस्था हर क्षेत्र में एक आंदोलन खड़ा कर सकती है, ब्रह्माकुमारीज ने वह कर दिखाया। मैंने देश के लिए आपसे जो अपेक्षा की, उसे पूरा करने में ब्रह्माकुमारीज ने कोई कमी नहीं की है। सम्मेलन में देशभर से आए 15 हजार से अधिक ब्रह्माकुमारी बहने और ब्रह्माकुमार भाई मौजूद रहे। पीएम मोदी ने कहा कि ब्रह्माकुमारी बहनें स्वास्थ्य जागरूकता से लेकर जल जन अभियान, आजादी के अमृत महोत्सव,नशा मुक्त भारत अभियान में प्रेरणास्त्रोत बनकर सामाजिक कल्याण में जुटी हैं। सम्मेलन में देशभर से आए 15 हजार से अधिकब्रह्माकुमारी बहने और ब्रह्माकुमार भाई मौजूद रहे।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में हजारों वर्षों से गरीब, असहाय और जरूरतमंद लोगों की सेवा की कमान आध्यात्मिक संस्थाओं ने संभाली है। मैं गुजरात भूकंप के समय से ब्रह्माकुमारीज बहनों की निष्ठा व सेवा का साक्षी रहा हूं।गुजरात में आए भूकंप के समय बहनों ने जो सेवाभाव से काम किया वह प्रेरणा देने वाला है। नैतिक मूल्यों को मजबूत कर रही संस्था,मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत काल में सभी सामाजिक, धार्मिक और आध्यात्मिक संस्थाओं की बड़ी भूमिका रही है। इस कर्तव्य काल में हम जिस भूमिका में हैं, उसका शत प्रतिशत निर्वहन करें। अपने व्यवहार और जिम्मेदारियों का विस्तार है। पूरी निष्ठा के साथ हमें ये भी सोचना है कि हम अपने देश के लिए क्या कर सकते हैं। सभी ब्रह्माकुमार-ब्रह्माकुमारी प्रेरणापुंज हैं। ब्रह्माकुमारीज एक आध्यात्मिक संस्था के तौर पर समाज में नैतिक मूल्यों को मजबूत करने और समाज सेवा के कार्य करती रही है। बीके इंजी.नरेश बाथम