22 फरवरी से 25 फरवरी के मध्य इस वन मेला कार्यक्रम में,15 लाख से अधिक जड़ी बूटियों के उत्पाद की हुई बिक्री,15000 से 20000 लोगों ने मेले में आकर की खरीदारी और किया अवलोकन,अलीराजपुर के लोगों ने एवं मेले में भाग लेने आए आदिवासी भाईयो ने की मंत्री नागेंद्र सिंह चौहान से हर वर्ष मेला लगाने की मांग।                                                                                 अलीराजपुर 25 फरवरी 2024/ वन मेले का समापन कार्यक्रम मध्यप्रदेश के जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट के मुख्य आतिथ्य, वन, पर्यावरण एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग मंत्री श्री नागरसिंह चौहान की अध्यक्षता,सांसद श्री गुमानसिंह डामोर के आतिथ्य में संपन्न हुआ।

वन मेले के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा वन मेले का आयोजन अलीराजपुर में किया जाना गर्व की बात है। इससे क्षेत्रवासियों को जडी बुटियों की जानकारी होगी। यह आयेाजन जनजातीय पहचान को बढावा देने की विशेष पहली और महत्वपूर्ण श्रृंखला है। उन्होंने कहा अलीराजपुर की पावन माटी समर्पण, त्याग और राष्ट्र सेवा के महानायक अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की जन्म भूमि है। इस भूमि को शत शत नमन। उन्होंने कहा यहां प्रकृति और संस्कृति भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने कहा केन्द्र और राज्य सरकार संस्कृति और परंपराओं को सुदृढ करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश का महुआ विदेशों में पहचान बना रहा है। उन्होंने पेसा कानून की जानकारी मैदानी स्तर पर प्रभावी तरीके से पहुंचाने हेतु विषेष प्रयास संबंधित निर्देष दिए। उन्होंने कहा केन्द्र और प्रदेश सरकार योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन एवं अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को योजनाओं का लाभ दिलाए जाने के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा 2003 में प्रदेश का सिंचाई रकबा 6 से 7 लाख हेक्टेयर था जो वर्तमान में 47 लाख हेक्टेयर पंहुच गया है 2025 में इसके 65 लाख हेक्टेयर करने का लक्ष्य है। उन्होंने विकास प्रगति और उन्नती के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के 89 जनजातीय बाहुल्य ब्लाॅक में मेले को लेकर विशेष प्रयास किये जाए। उन्होंने कहा जिले में व्यापक स्तर पर विकास नजर आता है।  
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वन, पर्यावरण एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग मंत्री श्री नागर सिंह चौहान ने कहा वन मेले की परिकल्पना को भोपाल से अलीराजपुर स्तर पर लेकर आने का मुख्य उद्देष्य है कि प्रदेश भर में उत्पादित होने वाली जडी बुटियों और उनसे उत्पादित दवाओं आदि को आमजन जाने। जिलेवासियों को जडी बूटियों के बारे में जानकारी मिल सके। उन्होंने बताया अलीराजपुर में आयोजित वन मेले के माध्यम से 15 लाख रुपये से अधिक की जडी बूटियाँ एवं इनसे तैयार उत्पाद का विक्रय हुआ है। बडी संख्या में आमजन ने वन मेले का लाभ लिया है। उन्होंने कहा केन्द्र और राज्य सरकार वनोपज को विशेष पहचान दिलाने के लिए प्रयास रत है। उन्होंने कहा प्रदेश में वन धन केन्द्र की स्थापना से वनोपज संग्रहण करने वालों की आर्थिक स्थिति में बदलाव होगा उन्हें संग्रहित वनोपज का उचित दाम और मार्केट मिलेगा। उन्होंने कहा जिले के विकास हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद श्री गुमान सिंह डामोर ने कहा केन्द्र और राज्य सरकार के प्रयासों से क्षेत्र में विकास नजर आता है। उन्होंने कहा माननीय प्रधानमंत्री ने जनजातीय समाज का गौरव बढाने के लिए विशेष प्रयास किये है। विकसित भारत के रोड मैप के साथ सरकार पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया।
                                                                                                           
कार्यक्रम को विभागाध्यक्ष लघु वनोपज संघ श्री विभाष ठाकुर ने संबोधित करते हुए संघ के कार्यों एवं प्रगति की जानकारी दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर डाॅ. अभय अरविंद बेडेकर ने वन मेले के महत्व प्रकाश डालते हुए जिले में बीज मेले, वन भाजी मेले एवं वन मेले के संबंध में अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा अलीराजपुर जिले में मोटे अनाज, विभिन्न प्रकार की भाजीयों एवं जडी बुटी की पहचान और उनके संग्रहण तथा आमजन को इनकी जानकारी देने के साथ महत्व के बारे में बताने की आवश्यकता है। इसके लिए सभी स्तर पर प्रयास किये जाएंगे।
                                                                                                    
कार्यक्रम में अतिथिगण द्वारा ढोल मांदल नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम विजेता साकडी दल को 11000 हजार रूपये, द्वितीय कुलवट दल के 7000 हजार रूपये, तृतीय किलोडा दल को 5000 एवं सांत्वना पुरस्कार के रूप में भिताडा दल को 5000 हजार रूपये का पुरस्कार प्रदान किया गया।                                                                                                                                                                                अतिथिगण ने विभिन्न जडी बुटियों एवं उनके उत्पादों संबंधित प्रदर्षनी का अवलोकन भी किया। अतिथिगण का स्वागत साफा बांधकर, तीरकमान भेंट कर,पांरपरिक जैकेट पहनाकर एवं पुष्पमाला से किया गया। कार्यक्रम में सीईओ ईको पर्यटन श्रीमती समीता राजौरा, म.प्र. लघु वनोजप संघ एएमडी श्री मनोज अग्रवाल, एपीसीसीएफ श्री बीएल अन्ना गेरी, सीसीएफ इन्दौर श्री नरेन्द्र कुमार सनोडिया, पुलिस अधीक्षक श्री राजेश व्यास, सीईओ जिला पंचायत श्री अभिषेक चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री मकू परवाल, सांसद प्रतिनिधि श्री विशाल रावत, जिला पंचायत सदस्य श्री भदू पचाया, श्री जयपाल खरत सहित गणमान्यजन एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।साथ ही कार्यक्रम में बडी संख्या में ग्रामीणजन,आमजन,गणमान्यजन आदि उपस्थित थे।                                                                                                                      आभार डीएफओ श्री मयंक गुर्जर ने माना।                                                                                                                                                                                                        

 केके जोशी/हर्षवर्धन गुप्ता/बीके इंजी नरेश बाथम

न्यूज़ सोर्स : mpinfo/ mp1news Bhopal