अयोध्या में निर्माणाधीन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मभूमि पर मंदिर बनाने को लेकर भाजपा के संकल्प पर कटाक्ष करने वाले विपक्षी दलों के नेताओं को अब करारा जवाब मिलने जा रहा है। विपक्ष के जो नेता भाजपा पर कटाक्ष के तौर पर 'मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे' जैसे जुमलों का इस्तेमाल करते थे, उन नेताओं की जुबान पर अब ताला लगने की बारी आ गई है। अयोध्या में रामजन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण जोर-शोर से चल रहा है और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी, 2024 को इस भव्य मंदिर का लोकार्पण करेंगे। इसकी तैयारियां भी अभी से ही शुरू हो गई है। 

सबसे बड़ी बात यह है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर को लेकर सोशल मीडिया पर विपक्षी नेताओं को करारा जवाब दिया जा रहा है। एक्स (ट्विटर), फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया के प्रमुख मंचों पर प्रधानमंत्री मोदी के फैंस विपक्षी दलों के नेताओं को चिंगारी लहराने वाला जवाब दे रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के फैंस विपक्ष के जुमले 'मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे' के जवाब में पोस्ट कर रहे हैं कि 'श्रीराम आने वाले हैं, भारत का बच्चा बच्चा जय श्रीराम बोलेगा।'

बताते चलें कि अयोध्या में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री ने इसके लिए राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के निमंत्रण को भी स्वीकार कर लिया है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।

एक्स, पूर्व ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वह इस ऐतिहासिक अवसर के गवाह बनेंगे। पीएम ने ट्रस्ट के सदस्यों से मुलाकात की फोटो भी शेयर की है। गौरतलब है कि प्राण प्रतिष्ठा के एक भव्य समारोह के दौरान भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। इधर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भी बताया है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान श्री रामलला सरकार के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा दिनांक 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की जाएगी। 14 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद राम लला के अभिषेक की प्रक्रिया शुरू करने और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का 10 दिवसीय अनुष्ठान करने का निर्णय लिया गया है।