आगामी 23 जनवरी को भौम प्रदोष व्रत होगा. हर महीने की त्रयोदशी को प्रदोष का व्रत रखा जाता है, लेकिन यह मंगलवार के दिन पड़ रहा है. इसलिए इसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है. बताया जाता है कि इस दिन व्रत और विशेष तरह के पूजन से भगवान शिव और हनुमान जी दोनों की कृपा भक्त पर पड़ती है और जिन लोगों पर कर्ज होता है, वह भी कर्जमुक्त हो जाता है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के निवासी पंडित योगेश कुकरेती ने बताया कि हर महीने दो प्रदोष व्रत पड़ते हैं, लेकिन जो प्रदोष व्रत मंगलवार के दिन होता है, वह भौम प्रदोष व्रत होता है. उन्होंने कहा इस दिन लाल वस्तुओं का दान और व्यापार करना चाहिए, जो बहुत शुभ माना जाता है. वहीं जिन लोगों के जीवन में हादसे ज्यादा हो रहे हों, वे भी लाल वस्तुओं का दान करें या भगवान शिव को लाल फूल अर्पित करें.

पंडित योगेश कुकरेती ने आगे बताया कि भौम प्रदोष व्रत उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिन पर ऋण यानि कर्ज बहुत ज्यादा हो. ऐसे लोग यह व्रत कर सकते हैं और इसी के साथ ही उन्हें इस दिन मंगल का विधान पूर्वक पूजन करना चाहिए. निश्चित रूप से उनके सारे कर्ज खत्म हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि इस दिन शाम को भगवान शिव का रुद्राभिषेक, दूध, दही, घी, शक्कर और शहद से सविधि स्नान कराने के बाद उनका पूजन करना चाहिए, इससे जीवन के संकट खत्म हो जाते हैं.

शत्रुओं को शांत करने के लिए भी उपाय

भौम प्रदोष व्रत उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिन्हें हमेशा अपने शत्रुओं का भय रहता है. शत्रुओं और विरोधियों को शांत करने के लिए भौम प्रदोष के दिन बजरंगबली की पूजा करनी चाहिए. इसके लिए भौम प्रदोष के दिन सुबह लाल कपड़े पहनकर हनुमान जी पूजा करनी चाहिए. इस दिन हनुमान जी को पूजा में लाल फूलों की माला और तांबे का एक तिकोना टुकड़ा चढ़ाना चाहिए. इसके बाद गुड़ का भोग लगाकर दीपक जलाना चाहिए. ऐसा करने के बाद संकटमोचन हनुमानाष्टक का 11 बार पाठ करना चाहिए.