राष्ट्रपति मुर्मू ने दोनों पक्षों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता का नेतृत्व किया। राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी बयान में कहा गया, राष्ट्रपति मुर्मू अपनी पहली राजकीय यात्रा पर सूरीनाम में आकर खुश हैं। सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। राष्ट्रपति ने टिप्पणी की कि सूरीनाम, भारत की तरह, एक विविध राष्ट्र है जहां कई जातियों, भाषाओं और धर्मों के लोग रहते हैं। उनके अनुसार, भारत और सूरीनाम के बीच विविध और समकालीन मित्रता मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर बनी है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सूरीनाम में सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया। मुर्मू ने सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी से पुरस्कार प्राप्त किया। पुरस्कार प्राप्त करने के बाद मुर्मू ने कहा कि यह सम्मान पूरे भारत के लोगों के लिए महत्व रखता है। राष्ट्रपति ने कहा कि "मैं यह सम्मान भारतीय-सूरीनाम समुदाय की आने वाली पीढ़ियों को भी समर्पित करती हूं, जिन्होंने हमारे दोनों देशों के बीच संबंधों को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"