वाराणसी: भारत का एक बड़ा सपना कल यानि 23 अगस्त को साकार होने वाला है। इस दिन चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग होगी। विक्रम लैंडर के सफल लैंडिंग के लिए वाराणसी समेत देश के कई मंदिरों में पूजा-अर्चना की जा रही है। मंगलवार को काशी के कई मंदिरों में पूजा-पाठ कर चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए कामना की गई।

सुदामा कुटी आश्रम में संत महात्माओं द्वारा हवन पूजन किया गया। हाथों में तिरंगा और चंद्रयान की तस्वीर लेकर उसकी सफल लैंडिंग के लिए महादेव से प्रार्थना की गई। विद्वानों द्वारा मंत्र उच्चारण कर सफलता के लिए पूजा अर्चना की गई। कमच्छा स्थित मां कामख्या मंदिर में राष्ट्रीय हिंदू दल से जुड़े लोगों ने चंद्रयान-3 की तस्वीर के साथ खास हवन-पूजन किया।

बुधवार को भी कई मंदिरों में आयोजन
विक्रम लैंडर के सफल लैंडिंग एवं इसरो के वैज्ञानिकों की सफलता की कामना की। नमामि गंगे की टीम ने वेदपाठी बटुकों के साथ आरती उतारकर मां गंगा और भगवान भास्कर से आशीर्वाद मांगा।  बीते दिनों भी अलग-अलग मंदिरों में इसरो के मिशन की सफलता के लिए पूजा-पाठ हुआ था।  मंदिर में मौजूद लोगों ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता से पूरी दुनिया भारत की ताकत देखेगी। कहा कि चंद्रमा को हमारे भोलेनाथ अपने शीश पर धारण करते हैं। वे ही हमें सफलता देंगे। भारत के लिए यह गर्व की बात है। बुधवार को भी वाराणसी के कई प्रसिद्ध मंदिरों में हवन पूजन आयोजित है। कहीं हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा तो कहीं रुद्राभिषेक किया जाएगा।