लखनऊ । अयोध्या में हुई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब समाजवादी पार्टी में भगवान राम को लेकर दो फाड़ हो गयी दिखती है। पहले विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ के सम्मान प्रस्ताव पर पार्टी के विधायक बंटे दिखे। उसके बाद विधान परिषद में सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को धोखा बताया। इसके बाद सपा के मनोज पांडेय ने स्वामी प्रसाद मौर्य को मानसिक रूप से विक्षिप्त बता दिया।
स्वामी प्रसाद मौर्य के विधान परिषद में दिए गए बयान पर मनोज पांडेय ने कहा स्वामी प्रसाद मौर्य विक्षिप्त हो चुके हैं और उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। मानसिक संतुलन ठीक ना होने की वजह से वह ऐसे बयान दे रहे हैं। पार्टी ने कई बार उनको नसीहत दी फिर भी वे नहीं मान रहे हैं। मनोज पांडेय के इस बयान के बाद सपा के राष्ट्रिय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य का पार्टी में ही विरोध शुरू हो गया है। विधान परिषद में चर्चा के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामलला को लेकर सवाल किए तो वहीं एक बार फिर हिंदुओं को बांटने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि क्या राम निर्जीव हो गए थे जो प्राण प्रतिष्ठा की जरूरत पड़ी। जो पहले से जीवित है उसमें प्राण प्रतिष्ठा की क्या जरूरत थी।