मिल कर करना चाहती हैं ट्रैक साइकिलिंग में भारत का ओलिंपिक में प्रतिनिधित्व 

ट्रैक साइकिलिंग में एक दूसरे से प्रतिद्वंदिता रखने वाली पश्चिम बंगाल की शान्ति विस्वास और महाराष्ट्र की संध्या वेंकटेश कोकाटे व्यतिगत जीवन में घनिष्ट मित्र हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 के दौरान इनकी प्रतिस्पर्धा और मैत्री की नयी मिसाल कायम हुई।

2 से 4 फरवरी के बीच दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी स्टेडियम में हुई खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की ट्रैक साइकिलिंग स्पर्धाओं के दौरान साइक्लिंग वेलोड्रोम शान्ति और संध्या की प्रतिद्वंदिता का गवाह बना।  500 मीटर टाइम ट्रायल रेस में संध्या ने स्वर्ण जीता तो शान्ति को रजत से संतोष करना पड़ा। 200 मीटर स्प्रिंट में शान्ति ने बाजी मारते हुए स्वर्ण अपने नाम किया और संध्या के हाथ रजत ही लगा। कीरिन रेस के रोमांचक मुकाबले में भी शान्ति ने कुछ मिलि सेकंड की बढ़त से स्वर्ण पर कब्ज़ा किया और संध्या को एक बार फिर रजत ही प्राप्त हुआ। गेम्स के दौरान विभिन्न फॉर्मेट की स्पर्धाओं में संध्या ने ट्रैक पर 2-2 स्वर्ण और रजत पदक जीते, जबकि शान्ति ने 2 स्वर्ण और एक रजत अर्जित किया। 

इससे विपरीत वेलोड्रोम के एफओपी एरिया में शान्ति और संध्या की घनिष्ट मित्रता और जिन्दादिली ने सभी का मन मोह लिया। दोनों खिलाड़ी एफओपी एरिया में साथ साइकिल चला कर वार्म-अप करते देखी गयीं। हर मेडल सेरेमनी के बाद जीत की ख़ुशी में दोनों सहेलियों ने एक ताल में नृत्य किया। दोनों खिलाड़ी दिल्ली में रूममेट भी हैं और भारतीय खेल प्राधिकरण के अधीन साथ ट्रेनिंग करती हैं। दोनों ने एक जैसी हेयर-स्टाइल रखी है। व्यवहार के अलावा कद-काठी में भी दोनों एक दूसरे का ऐसा प्रतिबिम्ब हैं। पहली नज़र में सभी उन्हें जुड़वा बहन मान लेते हैं। संध्या की माताजी शान्ति को भी अपनी बेटी मानती हैं। दोनों ही कक्षा बारहवीं में पढ़ती हैं और साइकिलिंग शुरू करने के पहले दोनों एथलीट हुआ करती थीं।

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 शान्ति और संध्या के जूनियर कॅरियर की आखिरी प्रतियोगिता थी। सीनियर लेवल पर खेलते हुए दोनों सखियाँ ट्रैक साइकिलिंग में भारत का ओलिंपिक और अन्य अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में प्रतिनिधित्व करने का लक्ष्य रखती हैं। देश के लिए मेडल जीतना दोनों का सपना है। इनकी ट्रैक प्रतिद्वंदिता और ऑफ-ट्रैक मैत्री की झलकियाँ इनके कॅरियर के दौरान भी देखने को मिलती रहेंगी।

 जकिया रूही