मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही एक नाटकीय और तीव्र राजनीतिक विरोध प्रदर्शन के साथ शुरू हुई। विपक्ष के नेता उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने सरकार की कार्यप्रणाली और जनहित के मुद्दों पर चुप्पी के विरोध में "भैंस के आगे बीन बजाने" जैसा प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया।कांग्रेस विधायकों ने भैंस की एक प्रतिकृति के साथ विधानसभा परिसर में प्रवेश किया और सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस विरोध प्रदर्शन ने सदन के अंदर और बाहर माहौल को गरमा दिया।

विपक्ष के आरोप जनहित के प्रश्नों का उत्तर न मिलना सरकार सदन में जनहित से जुड़े सवालों का संतोषजनक उत्तर नहीं दे रही है। विपक्ष की आवाज को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है।सरकार की संवेदनहीनता विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार जनसमस्याओं को लेकर पूरी तरह असंवेदनशील हो चुकी है और जनता की तकलीफों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही। युवाओं के रोजगार की अनदेखी सरकार के पास बेरोजगारी पर कोई ठोस नीति नहीं है। शिक्षित युवा भटक रहे हैं और नौकरी की संभावनाएं खत्म होती जा रही हैं। किसानों की समस्याएं किसान कर्ज, सूखा और महंगाई से त्रस्त हैं, लेकिन सरकार ने उनके लिए कोई राहतकारी कदम नहीं उठाया।ओबीसी आरक्षण 27% ओबीसी आरक्षण अब तक पूर्ण रूप से लागू नहीं किया गया, जिससे सामाजिक न्याय और समानता की भावना को ठेस पहुंच रही है।लाड़ली बहना योजना    महिलाओं से किए गए ₹3000 प्रति माह के वादे अभी तक पूरी तरह पूरे नहीं हुए हैं। यह सरकार की विश्वासघात की मिसाल है।महंगाई पर चुप्पी    पेट्रोल, डीज़ल, गैस और खाद्य वस्तुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।लोकतांत्रिक मूल्य समाप्त सरकार सवालों से भाग रही है, जो लोकतांत्रिक प्रणाली और जवाबदेही पर सीधा हमला है। विपक्ष का कहना है कि यह लोकतंत्र का अपमान है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन पर तंज कसते हुए कहा: "आज नागपंचमी पर भैंस लेकर आए हैं, कभी गिरगिट लेकर आते हैं। आप चुने हुए प्रतिनिधि हैं, मर्यादा बनाकर रखनी चाहिए।"सरकार ने प्रदर्शन को असंगत, हास्यास्पद और गैर-गंभीर करार दिया, और कहा कि विपक्ष केवल नौटंकी कर रहा है जबकि सरकार ज़मीन पर काम कर रही है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का वक्तव्य यह सरकार अब बिल्कुल भैंस की तरह हो चुकी है न सुनती है, न समझती है, न प्रतिक्रिया देती है। कांग्रेस सड़क से सदन तक इस चुप्पी के खिलाफ संघर्ष करती रहेगी। 29 जुलाई 2025 को विपक्ष ने विधानसभा में प्रतीकात्मक प्रदर्शन कर भाजपा सरकार को जनहित के मुद्दों पर घेरने की कोशिश की। हालांकि सरकार ने इसे राजनीतिक ड्रामा बताया, लेकिन यह स्पष्ट है कि विपक्ष अब ज्यादा आक्रामक रणनीति अपनाकर जनता के मुद्दों को पुरजोर ढंग से उठाने की कोशिश कर रहा है।

न्यूज़ सोर्स : mp1news Bhopal