नई दिल्ली। स्पेन और फ्रांस के बॉर्डर पर स्थित कैनफ्रैंक रेलवे स्टेशन कभी यूरोप का सबसे खास रेलवे स्टेशन हुआ करता था। जो 1928 में बनाया गया था। ये इतना बड़ा था कि इसे टाइटैनिक ऑफ द माउंटेन्स कहा जाता था। समुद्र तल से 1000 मीटर की ऊंचाई पर यह रेलवे स्टेशन स्थित है। यह रेलवे स्टेशन द्वितीय विश्व युद्ध का भी साक्षी रहा है। 1970 में एक ट्रेन एक्सीडेंट के बाद यह स्टेशन बंद कर दिया गया था, लेकिन अब इसे एक शानदार होटल में तब्दील किया जा रहा है।

100 साल से भी पुराने इस रेलवे स्टेशन को होटल में बदलने के बाद अब इसमें स्विमिंग पूल, स्पा, रेस्तरां जैसी कई सुविधाएं मौजूद हैं। इसके साथ ही 200 सीट कॉन्फ्रेंस हॉल भी बनाया गया है। 140 से ज्यादा बेडरूम्स हैं। वहीं इसमें आप रेलवे स्टेशन से जुड़ी चीज़ों का म्यूजियम भी देख पाएंगे।

इस प्रोजेक्ट का बिल्डिंग वर्क तो 2022 में पूरा हो चुका है, लेकिन पूरी तरह से तैयार होने में 2026 तक का वक्त लग सकता है। इस होटल में मौजूद स्टाफ की यूनिफॉर्म को लेकर भी काफी अलग प्लानिंग है। होटल के निर्माण के साथ ही इस जगह की विरासत को बचाए रखने का भी प्रयास किया जा रहा है।

इकोनॉमी बढ़ाने में करेगा मदद

  • इस शानदार होटल की पहली मंजिल पर लाइब्रेरी, वेलनेस स्पा, फिटनेस एरिया और गर्म पानी के पूल बनाए गए हैं।
  • होटल का रिसेप्शन एरिया रेलवे स्टेशन की ऐतिहासिक लॉबी में बनाया गया है।
  • इस होटल के बनने के बाद से यहां की इकोनॉमी में भी बढ़त हुई है।

इसलिए है खास

इस रेलवे स्टेशन को होटल में बदलने का काम कई सालों से चल रहा है। स्पेन के बर्सेलो होटल ग्रूप ने इसे फाइव स्टार होटल में बदल दिया है। जब कभी स्पेन जाएं, एक बार इस होटल में रूकने का आनंद जरूर लें।