आचार्य चाणक्य को महान अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ व महान शिक्षाविद् माना जाता है। चाणक्य ने अपनी नीतियों के बल पर ही एक साधारण बालक चंद्रगुप्त मौर्य को राजगद्दी पर बैठा दिया था। चाणक्य की नीतियों का पालन करना भले ही मुश्किल हो लेकिन इन्हें अपनाने से सफलता जरूर हासिल की जा सकती है।

चाणक्य का कहना है कि हर व्यक्ति को अपनी सामर्थ्यनुसार बीमार लोगों की मदद करनी चाहिए। इससे एक व्यक्ति को स्वस्थ जीवन मिल सकता है और समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।
व्यक्ति को हमेशा गरीबों या जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए। गरीब और जरूरतमंदों की दुआएं हमेशा असर करती हैं। ऐसे में आपको पुण्यफल जरूर मिलता है।
हर व्यक्ति को अपनी क्षमतानुसार सामाजिक विकास कार्यों में मदद करनी चाहिए। इसके लिए आप फंड स्कूल या अस्पताल के लिए दे सकते हैं। ऐसा करने से आपको मान-प्रतिष्ठा भी हासिल होती है और लोगों की दुआएं मिलती हैं।
किसी भी व्यक्ति को धार्मिक स्थलों में दान देने से पीछे नहीं हटना चाहिए। किसी मंदिर या पवित्र स्थल में दान देने से पुण्य की प्राप्ति होती है। मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।