मध्यप्रदेश/भोपाल- निर्विकार कर्म ही श्रेष्ठ कर्म,श्रेष्ठ कर्म - खुशियों का आधार,राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वीणा दीदी
कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित करके किया गया उद्घाटन विधि में नगर की प्रथम नागरिक श्रीमती मालती राय महापौर भोपाल, भ्राता संजय गोयल राजस्व सचिव मध्यप्रदेश शासन, मेजर जनरल अजय कुमार महाजन अतिरिक्त महानिदेशक एनसीसी निदेशालय, राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी अवधेश दीदी क्षेत्रीय निदेशिका मध्यप्रदेश, राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी वीणा दीदी सिरसी कर्नाटक, ब्रह्माकुमारी नीता बहन भोपाल एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय मुख्यालय राजयोग भवन भोपाल में श्रेष्ठ कर्म - खुशियों का आधार विषय पर आयोजित व्याख्यान में कर्नाटक सिरसी से पधारी गीता ज्ञान विशेषज्ञ राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वीणा दीदी ने व्याख्यान देते हुए कहा की जीवन में खुशियों का आधार श्रेष्ठ कर्म है कर्म ही जीवन है श्रेष्ठ कर्म की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा की विकारी मनोवृति से मुक्त कर्म ही श्रेष्ठ कर्म है जिससे सभी के जीवन में सुख शांति का प्रभा होता है और खुशियां आती है वर्तमान समय नकारात्मक वातावरण में मनोवृत्ति को शुद्ध बनाने में राजयोग का अभ्यास अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में विशेष रुप से पधारे नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी जी ने अपने उद्बोधन में कहा की जीवन में हम खुशियां यहां वहां तलाशते रहते हैं परंतु वास्तव में खुशी हमारे अंदर समाहित है अगर हम वीणा दीदी द्वारा बताए गए श्रेष्ठ विचारों को अपने कर्मों में लाएं तो हमारे कर्म भी श्रेष्ठ होंगे और जीवन भी खुशनुमा होगा।
मेजर जनरल अजय कुमार महाजन जी ने कहा कि दूसरों के जीवन में खुशियां लाने से ही हमारा जीवन भी खुशनुमा बनता है कार्यक्रम में नगर के अति विशिष्ट नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का कुशल संचालन ब्रह्माकुमारी आकृति बहन ने किया।